दिल्ली। दिल्ली के प्यारे लाल भवन में ‘गढ़वाल आंचलिक विकास संगठन’ के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के लोक कलाकारों, पत्रकारों, वैज्ञानिकों और समाजसेवियों को अलग – अलग क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर युवा-कवि पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’ को ‘गढ़वाल आंचलिक सम्मान’ से सम्मानित किया गया। आपको बता दें जगमोहन आजाद पिछले बीस वर्षों से पत्रकारिता से जुड़े हैं। उनके अभी तक तीन कविता संग्रह, एक बाल कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुका है। जगमोहन ने गढ़वाली कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल पर पुस्तक ‘प्रकृति के के कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल’का संपादन किया हैं तो, वो उत्तराखंड के लोक कलाकारों के जीवन परिवेश पर शोध करने वाले वह पहले शोधकर्ता है। इस शोध पर उनका शोध कार्य अभी हाल ही में’ लोक की बात’ नाम से प्रकाशित हुआ हैं।
जगमोहन ‘आज़ाद’ ने दिल्ली दूरदर्शन में रहते हुए सबसे कम उम्र में वरिष्ठ कवि और दूरदर्शन के पूर्व निदेशक स्वं. कुबेर दत्त के साथ निदेशक सहायक की भूमिका में ‘किताब की दुनिया’ कार्यक्रम का निर्माण किया। वह पत्रिका, सृजन, कला परिक्रमा और आप और हम जैसे कार्यक्रमों के सहायक भी रहे हैं।
इसी के साथ जगमोहन उत्तराखंडी सिनेमा और उत्तराखंड की लोक विरासत पर भी शोध कर रहे हैं। वह साहित्य कला एवं फिल्म से जुड़े लगभग चार सौ लोगों के साक्षात्कार कर चुके हैं। जगमोहन आज़ाद को सम्मानित करते हुए आईआईटी कालेश्वर पौड़ी के निदेशक एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धर्मवीर जी ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है कि जगमोहन जी जैसे युवा लेखक हमारे क्षेत्र से है। जो हमारे पहाड़ों का नाम विश्व सांस्कृतिक मंच पर रोशन कर रहे हैं। इसके लिए मैं अपनी तरफ जगमोहन आज़ाद को बधाई देता हूं।
इस मौके पर गढ़वाल आंचलिक विकास संगठन के अध्यक्ष हरी दत्त ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गढ़वाल आंचलिक विकास संगठन निरंतर प्रयास कर रहा है कि उत्तराखंड के उन चेहरों को मंच पर लाए जो सही मायने में हमारे उत्तराखंड के सम्मान के लिए काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज हमने दिल्ली में यह कार्यक्रम आयोजित किया हैं, और भविष्य में हम इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर करने जा रहे हैं।
इस अवसर पर गढ़वाल आंचलिक विकास संगठन के उपाध्यक्ष रविंन्द्र सिंह नेगी, महासचिव हरिसिंह, सचिव जयंत चौहान, कोषाध्यक्ष विजेंद्र शर्मा और सांस्कृतिक सचिव रमेश ठंगरियाल, पवन जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में उत्तराखंड के लोक कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां भी दी। जिस पर दर्शक देर रात तक झूमते रहे।