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पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन क्वार्टर फाइनल में पहुंचे, रेड्डी-पोनप्पा की जोड़ी मिश्रित युगल से बाहर..

पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन क्वार्टर फाइनल में पहुंचे, रेड्डी-पोनप्पा की जोड़ी मिश्रित युगल से बाहर..

 

देश – विदेश : दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने गुरुवार को यहां अपने-अपने मुकाबले जीतकर इंडोनेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। बैंकॉक में थॉमस कप में ऐतिहासिक खिताबी जीत के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा रहे अल्मोड़ा के 20 साल के लक्ष्य ने दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी डेनमार्क के रासमस गेम्के को 54 मिनट में 21-18 21-15 से हराया। महिला एकल सिंधू को हालांकि थोडा संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मरिस्का तुनजंग को एक घंटे तक चले दूसरे दौर के मुकाबले को 23-21 20-22 21-11 से अपने नाम किया।

सातवें वरीय सेन अगले दौर में चीनी ताइपे के तीसरे वरीय चोउ टिएन चेन से भिड़ेंगे जिन्होंने पिछले महीनों दोनों खिलाड़ियों के बीच अब तक हुए एकमात्र मुकाबले में थॉमस कप में भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ तीन गेम में जीत दर्ज की थी।

क्वार्टर फाइनल में सिंधू के सामने कड़ी चुनौती होगी। चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी का सामना थाईलैंड की पांचवीं वरीयता प्राप्त रत्चानोक इंतानोन और स्कॉटलैंड की किर्स्टी गिल्मर के बीच मैच की विजेता से होगा।

हालांकि बी सुमित रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा का सफर मिश्रित युगल में समाप्त हो गया जिन्हें दूसरे दौर के मुकाबले में चीन के झेंग सि वेई और हुआंग या कियोंग की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी से 18-21 13-21 से पराजय का सामना करना पड़ा।

गैर वरीय तुनजंग के खिलाफ सिंधु ने शानदार शुरुआत की और आक्रामक तरीके से खेलते हुए 10-5 की बढ़त बना ली। उन्होंने शुरू में लंबी रैली का बखूब ही इस्तेमाल किया।

इससे पहले सिंधू से छह बार हार का सामना करने वाली इंडोनेशिया की इस खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए स्कोर 15-15 कर दिया। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि अनुभव का इस्तेमाल करते हुए 21 अंक हासिल कर पहला गेम जीत लिया।

दूसरे गेम में मामला बिल्कुल उलटा था तुनजंग ने 10-5 की बढत कायम की लेकिन सिंधू ने फिर स्कोर 15-15 और फिर 20-20 कर दिया। इंडोनेशिया की खिलाड़ी ने दो अंक हासिल कर दूसरा गेम जीत लिया।

तीसरे और निर्णायक गेम में सिंधू ने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और मुकाबला अपने नाम कर लिया। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार गेम्के के खिलाफ खेल रहे दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने अधिक धैर्य दिखाया और अपनी गलतियों पर अंकुश लगाते हुए जीत दर्ज की।

गैर वरीय तुनजंग के खिलाफ सिंधु ने शानदार शुरुआत की और आक्रामक तरीके से खेलते हुए 10-5 की बढ़त बना ली। उन्होंने शुरू में लंबी रैली का बखूब ही इस्तेमाल किया।

इससे पहले सिंधू से छह बार हार का सामना करने वाली इंडोनेशिया की इस खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए स्कोर 15-15 कर दिया। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि अनुभव का इस्तेमाल करते हुए 21 अंक हासिल कर पहला गेम जीत लिया।

दूसरे गेम में मामला बिल्कुल उलटा था तुनजंग ने 10-5 की बढत कायम की लेकिन सिंधू ने फिर स्कोर 15-15 और फिर 20-20 कर दिया। इंडोनेशिया की खिलाड़ी ने दो अंक हासिल कर दूसरा गेम जीत लिया।

तीसरे और निर्णायक गेम में सिंधू ने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और मुकाबला अपने नाम कर लिया। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार गेम्के के खिलाफ खेल रहे दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने अधिक धैर्य दिखाया और अपनी गलतियों पर अंकुश लगाते हुए जीत दर्ज की।

 

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