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सोशल मीडिया पर फिर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, दुनिया से की ये अपील

सोशल मीडिया पर फिर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, दुनिया से की ये अपील

सोशल मीडिया पर फिर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, दुनिया से की ये अपील

 

देश-विदेश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी और सोशल मीडिया को लेकर वैश्विक नियम बनाने की मांग उठाई है. पीएम ने कहा कि तकनीक की इन दोनों नई धाराओं को रेग्युलाइज नहीं किया गया तो इससे लोकतंत्र पर खतरा बढ़ जाएगा.

लोकतंत्र की ताकत जनता में निहित’

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से ऑनलाइन आयोजित हुए डेमोक्रेसी समिट में बोलते हुए पीएम मोदीने कहा कि लोकतंत्र का अर्थ जनता के साथ और जनता में निहित है. उन्होंने कहा कि बहु-दलीय चुनाव, स्वतंत्र न्यायपालिका और स्वतंत्र मीडिया जैसी संरचनात्मक विशेषताएं किसी भी लोकतंत्र के महत्वपूर्ण तत्व हैं. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, लोकतंत्र की मौलिक शक्ति हमारे नागरिकों और समाज में निहित भावना और लोकाचार है.’

‘सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बात’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल सम्मेलन के संबोधित करते हुए सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए वैश्विक नियम बनाने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘हमें सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती तकनीकों के लिए संयुक्त रूप से वैश्विक नियम बनाने चाहिए, ताकि उनका उपयोग लोकतंत्र को मजबूत करने में किया जाए, ना कि उसे कमजोर करने में.’

‘पीएम ने उठाई रेग्युलाइजेशन की मांग’

पिछले तीन हफ्तों में, यह दूसरा अवसर है जब मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलाइज करने के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील की है. उन्होंने 18 नवंबर को ‘सिडनी डॉयलॉग’ में अपने वर्चुअल संबोधन में लोकतांत्रिक राष्ट्रों से यह सुनिश्चित करने के लिए साथ मिल कर काम करने की अपील की थी कि क्रिप्टोकरेंसी गलत लोगों के नियंत्रण में नहीं जाए

प्रधानमंत्री ने डेमोक्रेसी समिट  में कहा कि लोकतांत्रिक भावना हमारे सभ्यागत लोकाचार का अभिन्न हिस्सा है. सदियों का औपनिवेशिक शासन भारत के लोगों की लोकतांत्रिक भावना को नहीं दबा सका. उन्होंने कहा, ‘इसे भारत की आजादी के साथ फिर से पूर्ण अभिव्यक्ति मिली और इसने पिछले 75 वर्षों में लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण की एक अद्वितीय गाथा रची.’

‘दुनिया के लिए भारत एक मिसाल’

पीएम मोदी ने कहा, ‘यह सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व सामाजिक-आर्थिक समावेश की एक गाथा है. यह अकल्पनीय पैमाने पर स्वास्थ्य, शिक्षा और मानव कल्याण में निरंतर प्रगति की गाथा है. भारत की गाथा विश्व को एक स्पष्ट संदेश है. लोकतंत्र सफल हो सकता है, लोकतंत्र सफल रहा है और लोकतंत्र सफलतापूर्वक काम करता रहेगा.’

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उन्होंने कहा कि साथ मिल कर काम कर लोकतांत्रिक देश नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं मानवता की लोकतांत्रिक भावना को साकार कर सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत इस नेक प्रयास में अन्य लोकतंत्रों के साथ हाथ मिलाने को तैयार है.’ उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न हिस्से लोकतांत्रिक विकास के अलग-अलग रास्ते पर चल रहे हैं और एक दूसरे से काफी कुछ सीखने की जरूरत है.

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‘हमें एक दूसरे से सीखने की जरूरत’

 

उन्होंने कहा कि साथ मिल कर काम कर लोकतांत्रिक देश नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं मानवता की लोकतांत्रिक भावना को साकार कर सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत इस नेक प्रयास में अन्य लोकतंत्रों के साथ हाथ मिलाने को तैयार है.’ उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न हिस्से लोकतांत्रिक विकास के अलग-अलग रास्ते पर चल रहे हैं और एक दूसरे से काफी कुछ सीखने की जरूरत है.

 

 

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