पेंशन योजना बहाल न हुई तो सड़क से संसद तक होगा आंदोलन…
पुरानी पेंशन योजना बहाली को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन…
तीनों तहसीलों के उपजिलाधिकारियों के माध्यम से भेजे ज्ञापन…
रुद्रप्रयाग। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा जनपद रुद्रप्रयाग की ओर से तीनों तहसीलों रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ एवं जखोली के उपाजिलाधिकारियों के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन योजना बहाली नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
संयुक्त मोर्चा के जनपदीय संरक्षक रणवीर सिंह सिन्धवाल एवं अध्यक्ष अंकित रौथाण के नेतृत्व में मोर्चा के सभी पदाधिकारी तहसील परिसर में एकत्रित हुए। कार्मिकों ने एक स्वर में पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग सरकार से की। मोर्चा के मुख्य संरक्षक शंकर भट्ट ने कहा कि देश में राम मंदिर के साथ-साथ राम राज्य की भावना भी होनी चाहिए। ऐसा कतई नहीं होना चाहिए कि राजा पेंशन लें और प्रजा पेंशन विहीन रहे। मोर्चा के मंडलीय महासचिव नरेश भट्ट ने कहा कि पेंशन प्राप्ति तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा और यदि सरकार शांति पूर्ण तरीके से हमारी बात पर अमल नहीं करेगी तो उत्तराखंड के समस्त कार्मिक पूर्ण रूप से सड़क से सदन तक सरकार का विरोध करते हुये आंदोलन को तेज करेंगे।
जनपदीय महासचिव अंकुश नौटियाल ने कहा कि सरकार हमको इस बाजार आधारित प्रणाली से शीघ्र मुक्ति दे। तहसील ऊखीमठ में गंजेन्द्र करासी, देवेश देवशाली एवं कैलाश गार्ग्य के नेतृत्व में ज्ञापन प्रेषित किया गया। जखोली तहसील में जयदीप शाह एवं प्रवीन घिल्डियाल के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष अंकित रावत, महिला उपाध्यक्ष नीलम बिष्ट, संगठन मंत्री उमेश गार्ग्य, संयुक्त मंन्त्री संदीप रावत, सचिव रजत कुमार, रणजीत शाह, अवधेश सेमवाल, दीपक रावत, बलबीर सिंह, जगदीश कपूर, मुन्नी देवी, कलावती देवी, शिव लाल, अनसूया सागर सहित अन्य मौजूद थे।