रोहित डिमरी
रुद्रप्रयाग। राजकीय प्राथमिक विद्यालय ओरिंग में पिछले तीन दिनों से कोई भी अध्यापक न होने से छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। छात्र विद्यालय तो पहुंच रहे हैं, लेकिन अध्यापक न होने से छात्र मध्याह्न भोजन खाकर घर जा रहे हैं।
दरअसल, विद्यालय में तैनात अध्यापक कुछ दिनों पूर्व बिना बताये ही अनुपस्थित चल रहा था, जिसके बाद उप जिलाधिकारी ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था और अध्यापक को तत्काल निलंबित कर दिया था। दोबारा से विद्यालय में तीन दिनों से कोई अध्यापक नहीं है। विभाग ने व्यवस्था पर अध्यापक रखने की बात कही थी, लेकिन तीन दिन से किसी भी अध्यापक की व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिस कारण विद्यालय में अध्ययनरत नौनिहालों का पठन-पाठन पूर्ण रूप से चैपट हो गया है। किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य नरेन्द्र सिंह कण्डारी ने बताया कि 27 और 28 मार्च को विद्यालय में व्यवस्था पर कोई अध्यापक नहीं पहुंचा। जिसके बाद 31 मार्च को विद्यालय बंद रहा। अध्यापक न होने से छात्रों की परेशानियां बढ़ गई हैं। ग्रामीण विभाग को अवगत भी करा चुके हैं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से शिक्षा विभाग के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।