उत्तराखंड

भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड बांसबाड़ा में चट्टान टूटने से रहा बंद…

भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड बांसबाड़ा में चट्टान टूटने से रहा बंद

मयाली-घनसाली मोटरमार्ग के बीच बर्फ पड़ने से यात्री रहे परेशान

रुद्रप्रयाग। भारी बारिश के चलते जिले का जनजीवन अस्त-व्यवस्त हो गया है। जहां ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फवारी हो रही हैं, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है।

मंगलवार को भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड दो स्थानों पर बंद रहा। बांसबाड़ा में चट्टान टूटने से राजमार्ग चार घंटे तक बंद पड़ा है तो फाटा के पास डोलिया देवी में मलबा आने से राजमार्ग तीन घंटे बाद खोला गया। इसके अलावा बच्छणस्यूं पट्टी को जोड़ने वाले कांडई-कमोल्डी मोटरमार्ग पर शिवपुरी के पास मलबा आ गया।

ऐसे में ग्रामीणों को पैदल ही दूरी नापनी पड़ी, जबकि मयाली-घनसाली मार्ग के कई जगहों पर बर्फ गिरने से यात्रियों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी। लिंक मार्ग और राजमार्ग को खोलने में विभाग की मशीने जुटी रही, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण कार्य करने में काफी दिक्कतें पैदा हुई। वहीं ग्यारवें जोतिर्लिंग बाबा केदारनाथ में पांच फिट तक बर्फ पड़ी है, जिससे केदारनाथ का तापमान माइनस दस डिग्री चला गया है। पुनर्निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को मुश्किलों का सामना पड़़ रहा है और पुनर्निर्माण के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। केदारनाथ से लेकर यात्रा पड़ाव फाटा तक बर्फ पड़ी हुई है, जो एक लम्बे समय बाद पड़ी है।

पंच केदारों में तुंगनाथ, मद्महेश्वर, चोपता, सिद्धपीठ कालीशिला,मक्कूमठ,चिरबटिया, बदानीताल, देवरियाताल, हरियाली मन्दिर, मठियाणाखाल सहित कई प्रमुख स्थानों पर दो से तीन फिट बर्फ गिरी हुई है। बर्फवारी का आनंद लेने के लिए पर्यटक इन स्थानों पर पहुंच रहे हैं।

मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जनपद में बुधवार आज की भी सभी सरकारी व अर्द्धसरकारी स्कूलों में छुट्टी की गयी है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि जिले में बारिश और बर्फवारी को देखते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राजमार्ग और लिंक मार्गों पर मशीने तैनात की गयी हैं, जिससे मार्गों पर मलबा व बोल्डर आने से त्वरित कार्रवाई की जा सके।

उन्होंने बताया कि केदारनाथ में भारी बर्फवारी हो रही है। चार से पांच फीट तक बर्फ धाम में पड़ चुकी है। कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये गये हैं कि वे मजदूरों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं जुटाएं, जिससे उन्हें ठंड में दिक्कतें न झेलनी पड़ें। कहा कि निचले इलाकों में बारिश होने से काश्तकारों को इसका लाभ मिलेगा।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top