उत्तराखंड

सीएम धामी से मिलने दिल्ली से पहुंचा मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल..

सीएम धामी से मिलने दिल्ली से पहुंचा मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल..

लव जिहाद और लैंड जिहाद को लेकर रखी बात..

 

 

 

 

 

 

सीएम पुष्कर सिंह धामी से इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के प्रतिनिधि मंडल ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की है। जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है।

 

 

 

 

 

 

उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी से इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के प्रतिनिधि मंडल ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की है। जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है। उत्तराखंड के पुरोला में एक घटना ने पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जिसके बाद यमुना घाटी में बड़ी संख्या में सड़कों पर प्रदर्शन हुए और सालों से रह रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपने घर छोड़ना पड़ा पुरोला में हालात अभी शांत है।

लेकिन पिछले दिनों मुस्लिम समुदाय के ऐसे कई परिवारों ने पुरोला छोड़ दिया। जो सालों से वहां रहकर अपना व्यापार कर रहे थे इसी घटना को लेकर सीएम धामी से इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के प्रतिनिधि मंडल ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की है।

आईएमपीएआर ( IMPAR ) के अध्यक्ष एम.जे. खान, अजमेर शरीफ और कलियर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन, पत्रकार वकील और सेना से रिटायर्ड बुद्धिजीवी वर्ग वाले प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि जिस प्रदेश में धार्मिक प्रवृत्ति के लोग हो और जहां धार्मिक दृष्टि से देश और दुनिया के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, वहां इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। वहीं अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन ने पुरोला की घटना पर सोशल मीडिया को जिम्मेदार मानते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर चलाई जा रही फेक न्यूज़ के कारण प्रदेश का माहौल बिगड़ा है। ऐसे में उनकी लोगों से अपील है कि सोशल मीडिया पर आई किसी भी भ्रामक खबरों पर भरोसा ना करें। इसके साथ ही ये भी हिदायत दी है कि इस वक्त हिंदू–मुस्लिम समुदायों के एक साथ एक मंच पर संवाद करने की बेहद ज़रूरत है।

प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया के सामने कहा कि हम उत्तराखंड आए हैं, और हमें ऐसा कुछ महसूस नहीं हुआ है कि यहां माहौल खराब है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार और कानून अपना काम कर रहे हैं। उनका कहना हैं कि भले ही हमारा धर्म अलग-अलग हो, लेकिन सभ्यता और संस्कृति एक ही है। इसलिए सभी को इस बात का ध्यान रखते हुए मिलजुलकर रहना चाहिए।

 

 

 

 

 

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