15 अक्टूबर से खुलेगा जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, बिना मास्क के नहीं मिलेगी एंट्री..
उत्तराखंड : कोरोना काल के बीच जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क 15 अक्तूबर से नाइट और डे विजिट के लिए खुलने जा रहा है। हालांकि ढिकाला जोन 15 नवंबर से ही पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए खोला जाना है। इस बार सैलानियों के साथ ही वन्य जीवों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पार्क प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है। बगैर मास्क के पर्यटकों को पार्क में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग कभी विशेष ध्यान रखना होगा।
कॉर्बेट पार्क के वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि कोविड-19 की वजह से पार्क के नियमों को सख्त किया गया है। पर्यटकों की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले पर्यटकों पर 25 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना लग सकता है, जबकि नियम तोड़ने और वन्यजीवों के करीब जाने वाले जिप्सी चालकों के वाहन को पार्क में प्रवेश से प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की जाएगी।
इन नियमों का पालन करना जरूरी …….
कॉर्बेट पार्क के प्रवेश द्वार पर जिप्सियों और अन्य वाहनों का पूरी तरह से सेनेटाइजेशन अनिवार्य होगा।
मास्क लगाये बगैर कॉर्बेट पार्क में प्रवेश नहीं कर सकेंगे पर्यटक।
प्रत्येक पर्यटक को निजी तौर पर सेनेटाइजर रखना अनिवार्य होगा।
गेस्ट हाउस परिसर में घूमने के दौरान परस्पर दो फीट की सोशल डिस्टेंस बनाये रखना जरूरी होगा।
गेस्ट हाउस के प्रत्येक रूम में एक बार में अधिकतम दो लोग ही रह सकेंगे। अतिरिक्त बेड लगाने की अनुमति नहीं होगी।
पर्यटकों की आमद के प्रत्येक दिन गेस्ट हाउसों के कमरों एवं अन्य आवाजाही वाले स्थानों का अनिवार्य रूप से सेनेटाइजेशन होगा।
कॉर्बेट पार्क में एक जिप्सी में छह से अधिक पर्यटक नहीं जा सकेंगे।
बाघ को 500 मीटर की दूरी से देख सकेंगे….
कॉर्बेट पार्क के अधिकारियों के अनुसार, कोरोना के चलते राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने पार्क में पांच सौ मीटर की दूरी से बाघ देखने का नियम लागू कर दिया है। जबकि हिरन, हाथी, सांभर आदि को पर्यटक 50 से 100 मीटर की दूरी से देख सकेंगे। वन्यजीवों के करीब जाने पर एनटीसीए ने पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
कोविड-19 के चलते पार्क भ्रमण के दौरान नियमों को सख्त किया गया है। भ्रमण एवं रात्रि विश्राम करने वाले पर्यटकों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। नियमों का उल्लघंन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पर्यटकों को भी पार्क प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। किसी भी पर्यटक को असुविधा होने पर वह रेंज अधिकारी अथवा मुझसे सीधे संपर्क कर सकता है।