जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने जिला कार्यालय में किया एक दिवसीय धरना शुरू..
जिलाधिकारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे जिला पंचायत सदस्य..
केदारघाटी की ऊखीमठ तहसील में दो माह से उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार का पद खाली..
इसी तहसील से होता है केदारनाथ यात्रा का संचालन..
रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी वंदना सिंह को विगत पांच नवम्बर को शासन में अटैज किया गया है, लेकिन सात दिन गुजर जाने के बाद भी जनपद में अभी तक नया जिलाधिकारी नहीं भेजा गया है। जिलाधिकारी के न होने से विकास कार्य और केदारनाथ यात्रा भी प्रभावित हो रही है। इसके अलावा केदारघाटी की ऊखीमठ तहसील में विगत दो माह से उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार नहीं हैं। जबकि इसी तहसील से केदारनाथ यात्रा का संचालन होता है। अधिकारियों के न होने से जहां यात्रा प्रभावित हो रही है। वहीं तहसील पहुंची रही जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तहसील में अधिकारियों के न होने से जनता के कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
गुरूवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी के नेतृत्व में जिला पंचायत सदस्यों ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। उपाध्यक्ष तिवारी ने कहा कि रुद्रप्रयाग जनपद के विधायक एवं राज्यमंत्री सरकार में होने के बावजूद भी यहां जिलाधिकारी के अलावा अन्य अधिकारियों के पद रिक्त हैं। ऐसे में जिले का विकास प्रभावित हो रहा है और आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऊखीमठ तहसील में विगत दो माह से उपजिलाधिकारी के अलावा तहसीलदार का पद रिक्त चल रहा है। यही हाल तहसील बसुकेदार का भी है। अधिकारियों के न होने से ग्रामीण जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही जिलाधिकारी के अलावा ऊखीमठ तहसील में उपजिलाधिकारी व तहसीलदार की नियुक्ति नहीं होती है तो जिला कार्यालय में भूखहड़ताल शुरू की जायेगी। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा, सुमन नेगी, गणेश तिवारी, पूर्व जिपंस योगम्बर नेगी चैन सिंह पंवार, छान नेता लवकुश भटट सहित अन्य मौजूद थे। इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा।