देहरादून राजधानी है और गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी- सीएम रावत
उत्तराखंड : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण (भराड़ीसैंण) प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी और देहरादून राजधानी है। गैरसैंण को राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए वहां समानांतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। राज्य सरकार और निजी क्षेत्र की सहभागिता से गैरसैंण में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। मुख्यमंत्री ने यह बात स्थायी राजधानी को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कही।
मुख्यमंत्री आवास में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि गैरसैंण क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी, बिजली, सीवरेज जैसी तमाम व्यवस्थाएं भी की जानी हैं। वहां अच्छे विद्यालय, खेल मैदान, मनोरंजन के संसाधनों के विकास समेत अन्य कार्यों के लिए 25 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। इन कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता कराने पर खास फोकस किया गया है। इसके साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी पर ध्यान दिया जा रहा है।
सबसे पहले भूमि की व्यवस्था होगी..
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी को विकसित करने के लिए सबसे पहला काम पर्याप्त भूमि की व्यवस्था करना है। हमारी कोशिश राजधानी से बेहतर कनेक्टिविटी पर ध्यान देने की भी है।
दिवालीखाल से भराड़ीसैंण तक डबल लेन..
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवालीखाल से भराड़ीसैंण तक डबल लेन सड़क का निर्माण होगा। इसके लिए नौ करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। चार हेलीकाप्टरों के उतरने लायक हेलीपैड के निर्माण के लिए भी धनराशि उपलब्ध कराई गई है।