सरकार की चाल को नहीं होने दिया जायेगा कामयाब…
सदियों से तीर्थ पुरोहित केदारनाथ धाम में करते आ रहे हैं यात्रियों की सेवा…
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित अपने हक-हकूकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। तमाम विपरित परिस्थितियों के बीच तीर्थ पुरोहित धाम में धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार तीर्थ पुरोहितों की मांग को अनसूना कर दबाने की कोशिश कर रही है। सरकार के मंसूबों को किसी भी हाल में पूरा नहीं होने दिया जायेगा। तीर्थ पुरोहित अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने कहा कि पिछले तीन माह से केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। विपरित परिस्थितियों में धरना दे रहे तीर्थ पुरोहितों का स्वास्थ्य भी खराब होने लगा है, लेकिन सरकार जानबूझकर तीर्थ पुरोहितों की मांग को अनसूना कर रही है। उन्होंने कहा कि जब बद्री-केदार मंदिर समिति बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में अच्छा कार्य कर रही थी तो देव स्थानम बोर्ड का गठन सरकार की ओर से क्यों किया गया है। सरकार के रवैये से लगता है कि तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ करना चाहती है, जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त हीं किया जायेगा। केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित कई दशकों से यात्रियों की सेवा करते आ रहे हैं।
केदारनाथ धाम पुरोहितों के अधिकार क्षेत्र में है, लेकिन आज स्थिति यह आ गई है कि तीर्थ पुरोहितों को ही धाम से बाहर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। श्री तिवारी ने कहा कि सरकार की इस चाल को किसी भी हाल में कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। देव स्थानम बोर्ड और सरकार के खिलाफ तीर्थ पुरोहित एकजुटता से लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी गई तब तक धाम में आंदोलन जारी रहेगा और जरूरत पड़ी तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जायेगा।