चट्टान टूटने से अंधेरगढ़ी में घंटों रहा राजमार्ग बंद , अचानक मलबा गिरने से बाल-बाल बचे जल संस्थान कर्मी , मार्ग न खुलने पर यात्रियों ने पैदल ही नापी दूरी
रुद्रप्रयाग। गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग सौड़ी के पास अंधेरगढ़ी में मंगलवार को साढ़े ग्यारह बजे मलबा आने से बंद हो गया। मलबा इतना ज्यादा था कि सांय पांच बजे तक भी पोकलैंड मशीन उसे साफ नहीं कर पाई। वहीं अचानक मलबा आने से वहां कार्य कर रहे जल संस्थान के कर्मचारी बाल बाल बचे। राजमार्ग बन्द होने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। राजमार्ग बन्द होने से रोजाना स्कूल एवं कालेज आने वाले छात्र छात्राओं के साथ ही शिक्षकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई छात्र एवं शिक्षक तो अंधेरगढ़ी तलसारी मोटरमार्ग के रास्ते पैदल चन्द्रापुरी की ओर गये, तो कई यात्री गंगानगर होते हुए हाट गांव में लगी ट्राॅली से चन्द्रापुरी की ओर गये।
चारधाम परियोजना के अन्तर्गत इन दिनों एनएच का चैड़ीकरण किया जा रहा है, जिसका कार्य जोर शोर से चल रहा हैं। मगर कार्यदायी संस्था की लापरवाही से एनएच पर कई नये भूस्खलन जोन बन गये हैं। सौड़ी के पास अंधेरगढ़ी में भी नया भूस्खलन जोन बना है। मानसून सीजन में तो यहां पर हर दिन भूस्खलन के कारण रोड बन्द रहना आम बात थी, लेकिन आजकल बरसात बन्द होने से पुनः कार्य प्रारम्भ करने के साथ ही यहां पर फिर से भूस्खलन होने लगा है। आज प्रातः साढ़े ग्यारह बजे अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया, जिससे पूरी सड़क बन्द हो गई। आधे घण्टे बाद एक पोकलेण्ड मशीन के आने से मलबा साफ करने का कार्य प्रारम्भ किया गया। मलबा साफ करने में एक ही मशन लगाये जाने पर यात्रियों में भारी रोष दिखा। यात्रियों का कहना था कि ऐसे स्थान पर दोनों ओर मशीन होना आवश्यक हैं, जिससे इमरजेन्सी में जल्दी कार्य हो सके।