देहरादून। उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की सम्भावना जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड में 24 जुलाई से बारिश में तेजी आएगी और यह सिलसिला 26 जुलाई तक बना रह सकता है।
उत्तराखंड में मानसून के तेवर कुछ नरम हों, लेकिन दिक्कतें बराबर बनी हुई हैं। पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट और धारचूला तहसीलों के काली नदी घाटी क्षेत्र में शुक्रवार रात जोरदार बारिश हुई। बेरीनाग में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि गराऊं में 60 नाली भूमि धंस गई। यही नहीं, तीन स्थानों पर मलबा आने से टनकपुर-तवाघाट हाईवे करीब सात घंटे तक बाधित रहा। राज्यभर में 95 संपर्क मार्ग बंद रहने से ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
डीडीहाट के ओगला, गर्खा, सिंगाली, अस्कोट, तल्लाबगड़ और धारचूला के जौलजीवी क्षेत्र में जोरदार बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। टनकपुर-तवाघाट हाईवे बाधित होने से शनिवार सुबह विभिन्न स्थानों पर वाहन फंसे रहे। 11 बजे के करीब आवाजाही सुचारू हो पाई। लखनपुर में काली नदी किनारे सड़क पर बनी सुरक्षा दीवारें ढह गई हैं। क्षेत्र के तमाम गांवों में पेयजल योजनाएं भी ध्वस्त हुई हैं। चौखुटिया के रिवाड़ी व बिजरानी क्षेत्र में बरसाती नाले रिवाड़ी के उफान से कई घरों में पानी जा घुसा।
वहीं, चारधाम यात्रा मार्गों पर भी मलबा आने का क्रम बना रहा। हालांकि, यात्रा सुचारू है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में संपर्क मार्ग बंद हैं, जिस कारण कई क्षेत्रों में रोजमर्रा की वस्तुओं का संकट गहराने के आसार पैदा हो गए हैं। चमोली जिले में 27, देहरादून में 15, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 11, पिथौरागढ़ में 10, उत्तरकाशी में नौ, बागेश्वर में सात, चंपावत में पांच, पौड़ी में चार, नैनीताल में तीन और अल्मोड़ा जिले में दो संपर्क मार्ग बंद हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार रविवार को राज्यभर में आमतौर पर बादल रहेंगे। अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा अथवा गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई से बारिश में तेजी आएगी और यह सिलसिला 26 जुलाई तक बना रह सकता है।