क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर रविवार को मिताली राज के नेतृत्व में भारतीय महिला क्रिकेट टीम मेजबान इंग्लैंड से मुक़ाबला करेगी।
भारतीय टीम छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में मात दे चुकी है और जिस इंग्लैंड की टीम से उसे खिताबी जंग लड़नी है, उसे वो लीग मैच में परास्त कर चुकी है। भरत अगर टूर्नामेंट का 11वां संस्करण अपने नाम कर लेता है तो ये खिताब जीतने वाली वो दुनिया की महज चौथी टीम होगी। इस जीत से न सिर्फ क्रिकेट की रिकॉर्ड बुक बदलेगी बल्कि हमेशा के लिए बदल जाएगी भारत में महिला क्रिकेट की तस्वीर भी।
क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में अब जंग आर-पार की है। भारतीय महिला टीम रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल में 34 साल पुराना इतिहास दोहराने उतरेगी। क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर तब 1983 में कपिल देव की अगुआई में भारत पहली बार विश्व विजेता बना था। और अब महिला टीम के पास पहली बार विश्व कप की चमचमाती ट्रॉफी अपने हाथों में उठाने का सुनहरा मौका है।
इंग्लैंड इस बार सिर्फ एक मैच हारा, वो भी भारत से
मौजूदा विश्व कप में इंग्लैंड की टीम सिर्फ’ एक मैच हारी है, वो उसे भारत ने ही हराया है। 24 जून को हुए इस मुकाबले में 3 विकेट पर 281 रन बनाए थे। जवाब में मेजबान टीम 246 रन पर सिमट गई। भारत को इस मैच में 34 रन के अंतर से जीत हासिल हुई थी। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 62 मैच खेले गए हैं। जिनमें से भारत ने 26 और इंग्लैंड ने 34 मैैच में जीत हासिल की है। जबकि दो मैच बेनतीजा समाप्त हुए हैं। जबकि विश्वकप में दोनों टीमें 10 बार भिड़ चुकी हैं जिसमें से 4 मैच में भारत और 6 में इंग्लैंड विजयी रही है।
विश्वकप में अब तक शानदार रहा है टीम इंडिया का प्रदर्शन
टीम इंडिया का प्रदर्शन विश्वकप में बेहद शानदार रहा है। पिछले विश्नकप में मेजबानी में भारत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। टीम इंडिया सातवें स्थान पर रही थी। वहीं इंग्लैंड तीसरे स्थान पर रही थी। इस विश्वकप में टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम का नेतृत्व किया है। मिताली ने 8 मैचों में 392 रन बनाए हैं। वो विश्वकप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में दूसरे नंबर पर हैं। उनसे आगे ऑस्ट्रेलिया की एलिस पैरी हैं उनके नाम 404 रन हैं। मिताली के पास फाइनल में शानदार बल्लेबाजी कर सबसे ऊपर पहुंचने का मौका है।
इन खिलाड़ियों से रहना होगा टीम इंडिया को सावधान
वहीं गेंदबाजी में दीप्ति शर्मा भारत की सबसे सफल गेंदबाज रही हैं। दीप्ति शर्मा 12 विकेट हासिल कर सबसे सफल गेंदबाज रही। वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में तीसरे पायदान पर हैं। उनके नेतृत्व में एक बार फिर टीम इंडिया फॉर्म में चल रहे इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रोकना की कोशिश करेंगी। सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप फाइव बल्लेबाजों में इंग्लैंड के तीन बल्लेबाज हैं। टैमी बनोट(387), हीदर नाइट(363), रनसारा टेलर (351) तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। इसके अलावा ऑलराउंडर नताली सीवेर 318 रन के साथ नवें पायदान पर हैं। उन्होंने 7 विकेट भी हासिल किए हैं।
गेंदबाजी इंग्लैंड की कमजोर कड़ी
इंग्लैंड की गेंदबाजी उसकी सबसे कमजोर कड़ी है। एलेक्स हार्टली इंग्लैंड की सबसे सफल गेंदबाज हैं। उन्होंने आठ मैच में आठ विकेट हासिल किए हैं और विश्वकप के सफलतम गेंदबाजों की सूची में 16 वें स्थान पर हैं। इसके बाद ऑलराउंडर हीदर नाइट 8 विकेट के साथ 19वें और नताली सिवेर 7 विकेट के साथ 24वें स्थान पर हैं। इंग्लैंड की गेंदबाजी ऑलराउंडर्स पर ज्यादा निर्भर है। यदि टीम इंडिया इंग्लैंड की इस कमजोर कड़ी का फायदा उठाने में सफल होती है तो विश्वखिताब उनके नाम होने की संभावना है। हालांकि इग्लैंड इन्हीं गेंदबाजों के भरोसे लगातार 7 मैचों में जीत हासिल कर फाइनल तक पहुंचा है। ऐसे में जीत का मोमेंटम उनके साथ है। भारत के पास इस बात की मनोवैज्ञानिक बढ़त है कि उन्होंने अपना विश्वकप अभियान इंग्लैंड़ के खिलाफ जीत के साथ किया था।
सबसे ज्यादा देखा गया विश्व कप, फाइनल की सारी टिकट बिकी
भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाला फाइनल महिला वर्ल्ड कप में सबसे अधिक लोगों द्वारा देखा जाने वाला मुकाबला होने की उम्मीद है। दुनिया भर में अब तक 50 मिलियन से ज्यादा लोग इस टूर्नामेंट को देख चुके हैं। यह संख्या 2013 में हुए पिछले विश्व कप के मुकाबले 80 प्रतिशत ज्यादा है। जबकि भारत में 47 प्रतिशत ज्यादा लोगों ने इस बार का विश्व कप देखा है। 26500 दर्शक स्टेडियम में बैठकर उठाएंगे मैच का लुत्फ उठाएंगे। आईसीसी के मुताबिक मैच के सभी टिकट बिक चुके हैं। महिला विश्वकप फाइनल देखने पहुंचने वाले दर्शकों की यह रिकॉर्ड संख्या है।
शानदार खेल दिखाकर दोनों टीमों ने जीता सेमीफाइनल मुकाबला
इंग्लैंड और भारत दोनों ही टीमों ने सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। इंग्लैंड ने रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 2 विकेट से हराया वहीं भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से मात दी। एक तरफ इंग्लैंड 3 बार महिला विश्वकप खिताब जीत चुकी है।वहीं दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने वाली टीम इंडिया को अपने पहले खिताब का इंतजार है। मैच से पहले भारत की कप्तान मिताली राज ने कहा, हम सभी विश्व कप फाइनल खेलने को लेकर काफी उत्साहित हैं। किसी टीम के खिलाफ उसके घर में फाइनल खेलना बड़ा चैलेंज है। मगर हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं।
जीते तो होगा भारत का चौथा विश्व कप खिताब
मिताली एंड कंपनी खिताब जीती तो यह भारत का चौथा विश्व कप होगा। इससे पहले 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी वनडे वर्ल्ड कप दिला चुके हैं। धोनी ने 2007 में टी-20 विश्व कप भी भारत के नाम किया था।