उत्तराखंड

आपसी समन्वय से होगी उद्देश्य की प्राप्ति: डीएम

सरकारी विभाग व एनजीओ समन्वय स्थापित करें..

रुद्रप्रयाग:  सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं में सही लाभार्थी का चयन किया जाय। इसके लिए क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ आवश्यकतानुसार सर्वे कर पात्र व्यक्तियों के नाम विभाग को उपलब्ध कराए। जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि सरकारी विभाग और एनजीओ के बीच आपसी समन्वय होना बेहतर जरूरी है। आपसी समन्वय से ही हर कार्य को आसानी से किया जा सकता है। कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिलना चाहिए। ऐसा व्यक्ति जो अपने क्षेत्र में कुछ करना चाहता हो। इसके लिए सर्वे किया कराकर पात्र व्यक्तियों के नामों की लिस्ट बनाई जाय।

 

इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई। एटी इंडिया ने जानकारी दी कि आजीविका के अंतर्गत जनपद के विकास खंड ऊखीमठ, अगस्त्यमुनि व जखोली के विभिन्न गांवों में प्रमुख गतिविधियों में जैविक शहद व मसाला उत्पादन सहित डेयरी, माइक्रो फाइनेंस, नर्सरी व प्लांटेशन, किसान उत्पादन संगठन, आपदा प्रबंधन आदि क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे हैं।

 

ग्रामीण सुधार एवं श्रमिक संस्था (ग्रास संस्था) संस्था द्वारा गतिमान परियोजनाओं के बारे में बताया गया कि संस्था द्वारा बंजर भूमि वृक्षारोपण के तहत जखोली ब्लाॅक के मेदनपुर, बजीरा, बुढना, तिलवाड़ा-मेदनपुर, मैठाणा आदि गांवों की बंजर पड़ी भूमि पर वृक्षारोपण का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। बताया कि करीब आठ हेक्टेयर भूमि पर टिशू कल्चर, स्वीट लैमन, सीड लैस लेमन, कीवी, पिंक गुआवा के दस हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके अलावा चैकडैम, तारबाड़, सिंचाई के लिए टैंकों का निर्माण किया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।

 

ग्रास संस्था द्वारा महिलाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी आजीविका को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। संस्था हैस्को व आईसीआईसीआई बैंक के सहयोग से मेदनपुर व गीड़ भुतेर में परियोजना के तहत वृक्षारोपण सहित रिवर चार्जिंग हेतु पौण्ड, ट्रैंचों व चैकडैमों के निर्माण से पर्यावरण संरक्षण सहित स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध हुए हैं। संस्था द्वारा बिना किसी अतिरिक्त व्यय के कंप्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त होने से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अधिक से अधिक लाभ उपलब्ध होंगे।

 

संस्था ने विकास खंड ऊखीमठ के रुद्रपुर, नागजगई व लमगौंडी प्रशिक्षण केंद्रों में करीब 80 लाभार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें तीन चरणों में कंप्यूटर बेसिक हिंदी व अंग्रेजी टाइपिंग, पेंट, एमएस ऑफिस, इंटरनेट व डाटा एंट्री आदि के का प्रशिक्षण दिया गया। संस्था द्वारा केदारघाटी के आपदा प्रभावितों गांवों में रोजगार सृजन हेतु परियोजना शुरू की गई। कंप्यूटर प्रशिक्षण के अलावा चैलाई एवं फल प्रसंस्करण, सिलाई, ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिया गया।

 

ग्रास संस्था द्वारा उसके उद्देश्य को लेकर बताया गया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य सामाजिक विकास व परिवर्तन है। साथ ही सतत रोजगार और आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना है ताकि पहाड़ों से होने वाले पलायन को रोका जा सके। इसके साथ ही महिला बुनकर सेवा संस्था हथकरघा क्षेत्र में, सेवा इंटरनेशनल संस्था द्वारा स्वच्छ्ता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई।

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