देश/ विदेश

मध्यप्रदेश में मिला डेल्टा वैरिएंट का नया म्यूटेशन,चार लोगों की मौत..

मध्यप्रदेश में मिला डेल्टा वैरिएंट का नया म्यूटेशन,चार लोगों की मौत..

देश-विदेश: कोरोना की दूसरी लहर के मामले भले ही कम आ रहे हों लेकिन कोरोना का खतरा अभी भी बना हुआ है। हाल ही में डेल्टा वैरिएंट का एक और म्यूटेशन सामने आया है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में डेल्टा प्लस के वैरिएंट की वजह से चार लोगों की मौत हो गई।  इन लोगों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, जिसके बाद इस बात का खुलासा हुआ। जिसमें हैरानी की बात यह है कि इन चारों लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी थी। अब इनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची है।

 

हालांकि सभी लोगों के स्वस्थ्य होने की वजह से किसी का सैंपल नहीं लिया गया। आपको बता दे कि भोपाल में भी 16 जून को 65 साल की एक महिला में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिल चुका है। डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर एम्स के निदेशक गुलेरिया ने चिंता भी जताई है। सीएमएचओ डॉ. एएल शर्मा का कहना हैं कि डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से अजाक थाने के हवलदार प्रेमनारायण द्विवेदी, पिछोर के शिक्षक सुरेंद्र शर्मा, सॉफ्टवेयर इंजीनियर शिक्षक विनय चतुर्वेदी और सूरजपाल की अचानक तबीयक बिगड़ी और उनकी मौत हो गई।

 

ये वैरिएंट इसलिए घातक बताये जा रहे है क्योंकि ये तीन दिन में ही गले से फेफड़ों तक पहुंच जाता है। जबकि सामान्य वायरस को गले से फेफड़ों तक पहुंचने में सात दिन का समय लगता है। इसके अलावा डेल्टा प्लस वैरिएंट संपर्क में आए लोगों को भी गंभीर बीमार करता है। बता दें कि डेल्टा प्लस कोरोना का सबसे खतरनाक वैरिएंट है, इसे डेल्टा-2 के नाम से जाना जाता है। अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, ये चार वैरिएंट हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताए हैं। इनमें सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट है, जो भारत में ही म्यूटेंट हुआ है। इसे B.1.617 के नाम से भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में जो वैरिएंट पाया गया, उसका नाम B.1.617.2 है। जांच के बाद इसे डेल्टा प्सल का नाम दिया गया है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top