उत्तराखंड

केदारनाथ आपदा के पांच साल बाद आबाद हुआ यात्रा का अहम पड़ाव गरुड़चट्टी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ से गरुड़चट्टी तक के पैदल मार्ग का निर्माण पूरा हो चुका है।

रुद्रप्रयाग : नई केदारपुरी बसाने की दिशा में प्रशासन ने एक कदम ओर बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ से गरुड़चट्टी तक के पैदल मार्ग का निर्माण पूरा हो चुका है। इसी के साथ आपदा के बाद से वीरान पड़ा केदारनाथ यात्रा का यह महत्वपूर्ण पड़ाव आबाद हो गया है। अब यात्री गरुड़चट्टी तक आसानी से आवाजाही कर सकेंगे।

नई केदारपुरी बसाने के लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन दिन-रात एक किए हुए है। इसी कड़ी में केदारनाथ से गरुड़चट्टी तक साढ़े तीन किमी लंबे पैदल मार्ग का निर्माण पूरा हो गया है। नया मार्ग चार मीटर चौड़ा है, जिसका निर्माण जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत लोक निर्माण विभाग ने किया है। विदित हो कि 16 जून 2013 को आई केदारनाथ आपदा में रामबाड़ा से गरुड़चट्टी तक पैदल यात्रा मार्ग पूरी तरह तबाह हो गया था। इसके बाद रामबाड़ा के ठीक सामने वाली पहाड़ी पर लिनचोली होते हुए नया पैदल मार्ग तैयार किया गया। ऐसे में आपदा से पूर्व केदारनाथ यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव रही गरुड़चट्टी पूरी तरह वीरान हो गई। बीते वर्ष कपाट बंद होने के मौके पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचे तो उन्होंने गरुड़चट्टी को फिर से आबाद करने की घोषणा की। इसी के साथ स्थानीय प्रशासन केदारनाथ से गरुड़चट्टी तक पैदल मार्ग के पुनर्निर्माण में जुट गया।

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मार्ग पर खड़ंजा बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है और जल्द इस पर यात्रियों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी। जिला प्रशासन की मंशा है कि नवंबर से पूर्व केदारपुरी में अधिकांश कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। मंदिर परिसर में पठाल (पहाड़ी शैली के पत्थर) बिछाने का कार्य भी सितंबर आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है। संभावना यह भी है कि कपाट बंद होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर केदारनाथ आ सकते हैं। इस मौके पर वह पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा भी करेंगे।

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