उत्तराखंड में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, दून-मसूरी मार्ग पर इलेक्ट्रिक बसें आज से चलेगी
देहरादून : पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण मसूरी और नैनीताल में सरकार ने 50 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की कसरत तेज कर दी हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) के अधीन अनुबंधित तौर पर संचालित होने वाली इन बसों में ट्रायल के लिए एक बस दून पहुंच गई है। बताया जा रहा कि गुरुवार से इस बस का मसूरी मार्ग पर ट्रायल किया जाएगा। आपको बता दें कि सरकार ने 25 बसें देहरादून से मसूरी और बाकी 25 हल्द्वानी-नैनीताल के बीच चलाने का फैसला लिया था। पर्यावरण के लिहाज से ये बसें कारगर साबित हो सकती हैं।
शुरुआत में देहरादून, मसूरी, हल्द्वानी और नैनीताल में यह इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। उसके बाद अन्य रूटों पर इन्हें दौड़ाया जाएगा। रोडवेज महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन बताया कि एक बार चार्ज होने के बाद बस 200 से 250 किलोमीटर का सफर तय करेगी। साथ ही 20 प्रतिशत बैकअप भी बना रहेगा। इसकी अधिकतम रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। लगातार बढ़ रहे डीजल के दामों को देखते हुए यह इलेक्ट्रिक बस फायदेमंद साबित होगी। इसमें यात्रियों का सफर जहां सस्ता होगा, वहीं इस बस से प्रदूषण भी नहीं होगा।
इलेक्ट्रिक बस की प्रमुख खूबियां
पैनिक बटन : महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इलेक्ट्रिक बस में पैनिक बटन भी लगाया गया है।
इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम : इसके जरिये बस को कहीं से भी ट्रैक किया जा सकता है। बस कहां पर है, वह किस स्टॉप पर कितने बजे पहुंचेगी, इन सभी चीजों की जानकारी यात्रियों को मिल सकेगी।
सीसीटीवी कैमरा : सुरक्षा की दृष्टि से बस के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। जिसके जरिये बस के अंदर बैठे यात्रियों की रिकॉर्डिंग होगी। इससे महिलाओं के साथ छेड़छाड़ तथा लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर आसानी से दबोचे जा सकेंगे।
नियरेस्ट स्टाप रिक्वेस्ट (एनएसआर) सिस्टम : इलेक्ट्रिक बस में बैठा पैसेंजर अगर उतरना चाहता है कि वह बस में दरवाजे के पास लगा एनएसआर बटन दबा सकता है। बटन के दबते ही चालक बस को रोक देगा और यात्री आराम से उतर जाएगा।
मेंटीनेंस : डीजल से चलने वाली बसों में हर चार महीने में क्लच, गियर बॉक्स आदि को बदलना पड़ता है, वहीं इलेक्ट्रिक बस में ऐसा कुछ भी नहीं होता है। बेहद कम मेंटीनेंस होने के चलते इससे रोडवेज को काफी फायदा होगा।
बस की अन्य खासियत
ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन लगे हैं, ऑटो गियर की सुविधा है। ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर, जिसका कंट्रोल बस चालक के पास होगा। लो फ्लोर होने के चलते बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को बस चढ़ने और उतरने में आसानी होगी। इलेक्ट्रिक डिस्प्ले, इसके जरिये यात्रियों को रूट की जानकारी मिलेगी।
दून शहर में भी इलेक्ट्रिक सिटी बसें
मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने रोडवेज को दून शहर में इलेक्ट्रिक सिटी बसें संचालित करने रोडमैप तैयार करने को कहा है। इन दिनों स्कूली बच्चों की समस्या को देखते हुए दून शहर में प्रयोग के तौर पर रोडवेज को इलेक्ट्रिक स्कूल बस चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने ये आदेश दिए हुए हैं कि छात्रों को मासिक किराए के आधार पर ये बसें शहरों और आसपास के कस्बों में चलाई जाएं।