उत्तराखंड

गर्भवती की मौत के मामले में डाॅक्टर को क्लीन चिट

विभागीय जांच में मिली महिला चिकित्सक को क्लीन चिट ,स्वास्थ्य विभाग की दो सदस्यीय टीम ने की जांच पूरी
सीएमओ ने जांच रिपोर्ट डीजी स्वास्थ्य और डीएम को सौंपी, जांच में डॉक्टरों की लापरवाही से किया इंकार

रुद्रप्रयाग। जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिला के साथ बरती गई लापरवाही के कारण हुई मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संबंधित महिला डॉक्टर को क्लीन चिट दे दी है। दो सदस्यीय टीम ने सीएमओ को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि गर्भवती की मौत के पीछे डॉक्टरों की कोई लापरवाही नहीं है। इधर, सीएमओ डॉ एसके झा ने विभागीय जांच रिपोर्ट को डीजी हेल्थ और डीएम रुद्रप्रयाग को भेज दिया है।
विगत तीन जुलाई को जिला अस्पताल में प्रसव कराने आई कांडा सिमतोली की तीस वर्षीय आशा देवी की मौत हो गई थी। इसके बाद डीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए थे। एसडीएम सदर देवानंद ने जिला अस्पताल में अनेक बिन्दुओं पर जांच की और गर्भवती की मौत के पीछे कई लापरवाही पाई। वहीं दूसरी ओर सीएमओ द्वारा स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ ओपी आर्य और गायनीकॉलोजिस्ट डॉ. दिग्विजय सिंह रावत की दो सदस्यीय टीम ने विभागीय जांच शुरू की।

विभागीय जांच में महिला डॉक्टरों को क्लीन चिट दी गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसके झा ने बताया कि विभागीय रिपोर्ट में महिला डॉक्टरों की कोई लापरवाही सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे और महिला की सुरक्षा के लिए अस्पताल से रेफर किया गया। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे में डीजी हेल्थ और डीएम रुद्रप्रयाग को भेज दी गई है। वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट में घटना में कोई लापरवाही न होने की बात सामने आई है। दोनों रिपोर्ट एक दूसरे से अलग हैं। इस मामले की कमिश्नर स्तर से जांच कराने का प्रयास किया जाएगा।

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