डीएम ने अपने हाथों में ली केदारनाथ यात्रा की कमान..
यात्रा से जुड़े विभागों के कार्यो की कर रहे माॅनीटरिंग, ले रहे हर दिन अपडेट..
जल संस्थान विभाग ने की रुद्रप्रयाग से केदारनाथ धाम तक समुचित पेयजल व्यवस्था..
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा में तीर्थयात्रियों को कैसे बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएं, इसके लिए स्वयं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अपने हाथों में कमान संभाल दी है। कई बार केदारनाथ का पैदल निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी अब यात्रा से जुड़े विभागों के कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं और नियमित अपडेट ले रहे हैं।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। एक सप्ताह में ही डेढ़ लाख का आंकड़ा पार हो गया है। शुरूआत में कुछ खामियां जरूर रही है, मगर अब धीरे-धीरे व्यवस्थाएं पटरी पर लौट गई है। केदारनाथ धाम में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पेयजल की किसी प्रकार की कोई किल्लत एवं परेशानी न हो, इसके लिए अधिशासी अभियंता जल संस्थान को यात्रा मार्ग व केदारनाथ धाम में नियमित रूप से पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से दिये गये निर्देशों में केदारनाथ धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों को पेयजल की कोई परेशानी न हो, इसके लिए यात्रा मार्ग सहित केदारनाथ धाम में पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक कुल 62 नग पिलर टाइप स्टैंड पोस्ट, सात नग वाटर एटीएम व सात नग वाटर हीटर स्थापित किए गए हैं,
जो वर्तमान में सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं तथा सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक घोड़े-खच्चरों को पीने के पानी के लिए कुल 41 नग पशु चरहियां निर्मित की गई हैं, जो वर्तमान में सुचारू ढंग से कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक कुल 4 नग टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट तथा रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक कुल 60 नग हैंड पंप स्थापित हैं, जो सुचारू कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशों पर तीर्थ यात्रियों को पेयजल की कोई परेशानी न हो, इसके लिए निरंतर विभागीय अधिकारियों की ओर से निरीक्षण किया जा रहा है।