सात मंत्रियों ने तीसरी और चार ने दूसरी बार ली शपथ…
चार साल तीन माह व 19 दिन के कार्यकाल में तीसरी बार हुआ शपथ ग्रहण..
उत्तराखंड : प्रदेश की भाजपा सरकार में दूसरी बार हुए नेतृत्व परिवर्तन के साथ ही मिथक भी जुड़ गए। उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब किसी सरकार के कार्यकाल में तीसरी बार शपथ ग्रहण हुआ है। मौजूदा धामी सरकार में सात मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक के चार साल तीन माह और 19 दिन के कार्यकाल में तीसरी बार शपथ ली है, जबकि चार मंत्रियों ने दूसरी बार।
वर्ष 2007 में जब भाजपा सरकार बनी थी, तब भी पांच साल के कार्यकाल के दौरान सरकार में दो बार नेतृत्व परिवर्तन हुआ। उस समय भी तीन बार शपथ ग्रहण समारोह हुए। अब प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार में फिर से इतिहास दोहराया गया है। फर्क इतना है कि तब भुवन चंद्र खंडूड़ी और रमेश पोखरियाल निशंक की मुख्यमंत्री के पद पर अदला-बदली हुई थी, इस बार तीन अलग व्यक्ति मुख्यमंत्री बने हैं। पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने तो चार साल का वक्फा पूरा होने से नौ दिन पहले हुए नेतृत्व परिवर्तन में उन्हें हटाकर इसी साल मार्च में गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। अब दोबारा हुए नेतृत्व परिवर्तन में तीरथ को हटाकर मुख्यमंत्री की कमान पुष्कर सिंह धामी को सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री धामी और उनकी कैबिनेट ने रविवार को शपथ ग्रहण की। कैबिनेट में सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, डा धन सिंह रावत व रेखा आर्य ने तीसरी बार शपथ ग्रहण की। ये सभी पिछली त्रिवेंद्र व तीरथ सरकारों में मंत्री थे। इनके अलावा बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल, गणेश जोशी व स्वामी यतीश्वरानंद ने दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है। ये चारों पिछली तीरथ सरकार में मंत्री बनाए गए थे।