आई सर्जन पर लगाया आपरेशन में वसूली का आरोप ,जिला चिकित्सालय में तैनात है आई सर्जन
सरकारी अस्पताल में मरीजों के आपरेशन के पैंसे लेना किसी भी तरीके से जायज नहीं
रुद्रप्रयाग। जिला चिकित्सालय में तैनात एक आई सर्जन पर स्थानीय लोगों ने मरीजों से आपरेशन के नाम पर बसूली करने का आरोप लगाया है। मामला तब सामने आया जब आपरेशन के बाद कई मरीजों ने इसका खुलासा किया। जिसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी और विधायक से मिलकर मामले की जांच कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। अक्सर विवादों में रहने वाला जिला चिकित्सालय एक फिर सुर्खियों में आ गया है। अब मामला जिला चिकित्सालय में तैनात आई सर्जन से जुड़ा है। सर्जन पर आंखों के आपरेशन के नाम पर मरीजों से दो हजार रूपए लेने का आरोप स्थानीय जनता एवं जनप्रतिनिधियों ने लगाया है। जिसको लेकर उनमें खासा आक्रोश है। अस्पताल में लगने वाले नेत्र शिविर में सर्जन द्वारा मरीजों का आपरेशन किया जाता है और उसके बदले किसी से एक तो किसी मरीज से दो हजार रूपए लिए जाते हैं, जिसका खुलासा खुद उन मरीजों ने किया जो आपरेशन करवाकर लौटे।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सर्जन लंबे समय से इस तरह की वसूली कर रहा है। आपरेशन करने के बाद जिला चिकित्सालय में मरीजों से दो हजार रूपए लिए जाते हैं, सरकार द्वारा पूरी तरह से निःशुल्क आपेरशन की सुविधा है। जिसके बावजूद भी सर्जन द्वारा इस तरह की वसूली की जाती है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आई सर्जन द्वारा घर पर भी ओपीडी खोली गई है, जहां वह आंखों की जांच करता है, जो सरासर नियम विरूद्ध है। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया है और जल्द से जल्द कड़ी कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन में शमशेर सिंह मल, कुलदीप सिंह बिष्ट, उप प्रधान गणेश सेमवाल, पूर्व प्रधान रणजीत सिंह सहित कई लोग के हस्ताक्षर शामिल हैं।