देवभूमि के कैप्टन देवेश जोशी को मिला शौर्य पुरस्कार..
पिथौरागढ़ के गौलचौरा निवासी कैप्टन देवेश जोशी को साहस, वीरता और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शौर्य पुरस्कार दिया गया है। उन्हें यह वीरता पुरस्कार उन्हें झारखंड के देवघर में रोपवे में फंसे यात्रियों को सकुशल निकालने हेतु ऑपरेशन त्रिकूट की सफलता पर प्रदान किया गया।
उत्तराखंड: पिथौरागढ़ के गौलचौरा निवासी कैप्टन देवेश जोशी को साहस, वीरता और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शौर्य पुरस्कार दिया गया है। उन्हें यह वीरता पुरस्कार उन्हें झारखंड के देवघर में रोपवे में फंसे यात्रियों को सकुशल निकालने हेतु ऑपरेशन त्रिकूट की सफलता पर प्रदान किया गया। उनको अवार्ड मिलने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है।
जानकारी के अनुसार देवेश जोशी मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली तथा वर्तमान में खटीमा के निवासी हैं। उनके पिता गिरीश जोशी राजकीय विद्यालय में शिक्षक तथा माता गृहिणी है। उन्हें दिल्ली में 15 अगस्त को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अदम्य साहस के लिए गैलेंटरी अवार्ड ( शौर्य पुरस्कार) प्रदान किया। उन्हें यह अवार्ड झारखंड के देवघर में रोपवे में ट्राली में 48 घंटे तक फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन त्रिकुट की सफलता पर प्रदान किया गया।
आपको बता दें कि देवघर में 17 विभिन्न रोपवे के खराब होने के कारण सभी ट्रालियां आकाश में झूल रही थी जिनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और पुरुष पर्यटक शामिल थे। सेना के चलाए ऑपरेशन त्रिकुट में लेफ्टिनेंट देवेश ने टीम का नेतृत्व करते हुए 21 यात्रियों की जान बचाने के साथ ही साहस का परिचय देते हुए क्रासिंग करते हुए ट्रालियों तक पहुंचने और अपने साथियों की सहायता से रस्सियों के सहारे फंसे पर्यटकों को सकुशल निकाला था। उनके इस अदम्य साहस के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। वही जवान के सम्मान पर प्रदेश और परिवार में खुशी की लहर है। सीएम धामी ने भी कैप्टन देवेश को शौर्य पुरस्कार के लिए बधाई दी गई।