नैनीताल। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष कांत दीक्षित की नियुक्ति पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए जनहित याचिका दायर की गई है ।
रुड़की निवासी पवन कुमार उपाध्याय ने याचिका में संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति को गलत बताते हुए चुनौती दी है । पवन ने आरोप लगाया है कि पीयूष कांत दीक्षित ने ग्यारह वर्ष की आयु में दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। मुख्य न्यायाधीश के.एम.जोसफ और न्यायमूर्ति आलोक सिंह की खण्डपीठ ने पीयूष कांत दीक्षित को 3 अक्टूबर तक जवाब देने को कहा है और 4 अक्टूबर को मामले में सुनवाई तय की है ।