जनता दरबार में अधिकारियों को दिये कड़े निर्देश
71 शिकायतें दर्ज, 37 शिकायतों का निस्तारण
रुद्रप्रयाग !
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि जनता की समस्याओं का निराकरण तय समय पर होना चाहिये। जो भी अधिकारी समस्याओं का निराकरण करने में लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। जनता दूर-दराज क्षेत्रों से समस्याओं को लेकर पहुंचती है, लेकिन समय पर समस्याओं का निराकरण न होने पर जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पूर्व विकास भवन में आयोजित जनता दरबार में दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंची जनता ने 71 शिकायतें दर्ज कराई, लेकिन जिनमें 37 शिकायतों का निराकरण मौके पर ही किया गया। जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुये जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि बची हुई शिकायतों का निराकरण एक सप्ताह के अंदर होना चाहिये। जो विभागीय अधिकारी समय पर समस्याओं का निराकरण नहीं करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
जनता दरबार में दरमोला-डुंगरी और सेम-डुंगरी मोटरमार्ग निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी ने बताया कि पीएमजीएसवाई जखोली ने स्वीकृत दरमोला-डुंगरी मोटरमार्ग का संयुक्त निरीक्षण वन विभाग के साथ नहीं किया है। जबकि स्वीकृत सेम-डंुगरी ढाई किमी मोटरमार्ग को लोनिवि रुद्रप्रयाग ने अभी तक आॅनलाइन नहीं किया है, जिस कारण क्षेत्रीय जनता में आक्रोश बना हुआ है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने दोनों विभागों के अधिशासी अभियंताओं को एक सप्ताह के अन्दर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी ने विकासखण्ड जखोली की ग्राम पंचायत मौसड भरदार की जनता की आवश्यकता को देखते हुए मिनी आंगनबाडी केन्द्र खोलने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए।
टेमरिया निवासी शिवानंद सेमवाल ने कहा कि आठ मार्च को गांव मे बैठक आयोजित की जानी थी, लेकिन बैठक आयोजित नहीं हुई और वन विभाग ने कैट योजना के अंतर्गत स्वीकृत धनराशि से वृक्षारोपण नहीं किया है। उन्होंने विभाग पर कैट योजना के लिए आवंटित रूपये में घोटाले का आरोप लगाया। जिस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम गठित कर टीम को एक सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। पुनाड़़ निवासी गिरिश चन्द्र पुरोहित ने बताया कि भवन का मानचित्र विगत कई महीनों से स्वीकृत नहीं हो पा रहा है, जबकि सभी औपचारिकताँए पूर्ण कर ली गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। रायड़ी निवासी वीरपाल सिंह ने बताया कि 1995 में स्व. सुरपाल सिंह की हत्या हुई थी, जिसकी जांच की लगातार मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने सीओ रुद्रप्रयाग को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। सुमेरपुर निवासी पूर्व सैनिक हरेन्द्र सिंह ने कहा कि रेलवे विभाग ने उनके खेतों के उत्पादित फलदार वृक्षों के कटान का पैसा तो दे दिया है, लेकिन फलों से होने वाला सालान मुफाने की रकम अभी तक नहीं दी है। इस मौके पर एसडीएम सदर देवानंद, सीओ श्रीधर बडोला, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सरोज नैथानी, सीवीओ डाॅ रमेश सिंह नितवाल, पीडी एनएस रावत, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र पीएस सजवाण, जिला युवा कल्याण अधिकारी केएन गैरोला, खण्ड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि धनेश्वरी नेगी सहित अन्य अधिकारी एवं फरियादी मौजूद थे।