लाल किले पर दूसरा झंडा फहराने वाले की हुयी पहचान…
जुगराज के माता-पिता ने छोड़ा घर….
देश-विदेश : कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड निकाला था. इस दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस आए थें और उन्होंने वहां दूसरा झंडा लहराया था. जुगराज सिंह भी लाल किले पर पहुंचने वाले किसान आंदोलनकारियों में शामिल था. कहा जा रहा है कि उसने ही लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर खालसा का केसरिया झंडा लहराया था.
वहीं जुगराज सिंह के परिवार के सदस्य और गांववाले, जो पहले लाल किले के ऊपर कथित रूप से खालसा झंडा फहराने के बारे में उत्साहित थे, बुधवार को किए गए पुलिस कार्रवाई के दौरान डरे हुए दिखें. माना जा रहा है कि पंजाब के तरनतारन जिले के वान तारा सिंह गांव में रहने वाले 23 साल के जुगराज सिंह ने बुधवार को लाल किले पर झंडा फहराया था.
घर छोड़कर भागे जुगराज के माता-पिता…
जानकारी के मुताबिक जुगराज का नाम सामने आने के बाद उसके माता-पिता घर छोड़कर अपने गांव भाग गए हैं. फिलहाल जुगराज के घर पर उसके दादा-दादी हैं जो मीडिया के सवालों का सामना कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि मंगलवार को यानी गणतंत्र दिवस के दिन जब लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया गया तब उनसे पूछा गया था कि अपने पोते के कथित कृत्य के बारे में कैसा लगा, तब उसके दादा महल सिंह ने मीडिया से कहा था ‘बड़ी कृपा है बाबे की, बहुत अच्छा है’. वहीं एक दिन बाद ही उन्होंने अपना जवाब बदल दिया और अगले दिन इसी सवाल का जवाब देते हुए, मेहल सिंह ने कहा कि हमें नहीं पता कि यह क्या हुआ या कैसे हुआ, मेरा पोता एक सभ्य लड़का है जिसने हमें आजतक शिकायत करने का कोई भी कारण नहीं दिया है.