बाघ ने किया महिलाओं पर हमला…
उत्तराखंड : गौलापार किशनपुर रेंज के दानीबंगर क्षेत्र में घास काटने गई दो महिलाओं पर बाघ ने किया हमला। दोनों का महिलाओं का सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वन विभाग के अधिकारी अब तक यह पता नहीं लगा पा रहे हैं कि हमला करने वाला जानवर तेंदुआ था या बाघ। मंगलवार को सुबह कलीपुर दानीबंगर में रहने वाली खष्टी देवी पत्नी चंदन सिंह और मूठपुर शास्त्री फार्म निवासी मुन्नी देवी पत्नी भैरव दत्त करीब 15 महिलाओं के साथ किशनपुर रेंज के दानी बंगर मुख्य मार्ग से 100 मीटर दूर जंगल में घास लेने के लिए गई थीं। अचानक वहां मुन्नी देवी और खष्टी देवी पर बाघ ने हमला कर दिया।
महिलाओं के शोर मचाने पर बाघ वहां से भाग गया। ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेज दिया गया। उधर बुधवार सुबह प्रतापपुर गौलापार के महेश चंद्र के आंगन से बाघ ने एक गाय को उठा लिया। ग्रामीणों ने जंगल में गाय के शव को बरामद किया। दोनों महिलाओं की हालत खतरे से बाहर है। उन्होंने कहा कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि हमला करने वाला जानवर बाघ था या तेंदुआ। वन विभाग की टीम इस क्षेत्र में गश्त कर रही है। ध्रुव सिंह मार्तोलिया, एसडीओ, तराई पूर्वी वन प्रभाग वन्यजीवों के हमलों में 26 लोगों ने खोई जिंदगी
मानव-वन्यजीव संघर्ष में कई लोगों की मौत हुई है। पश्चिमी वृत्त के अंतर्गत आने वाले इलाके में 17 महीने में 26 लोगों की मौत हुई है। इसमें तेंदुओं के हमले में कई लोग मारे गए। पश्चिमी वृत्त के अंतर्गत रामनगर, तराई पूर्वी, तराई केंद्रीय, हल्द्वानी और तराई पश्चिमी वन प्रभाग आता है। इन प्रभागों से जुड़े आबादी वाले इलाकों में भी मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं होती रही है। इसमें तेंदुआ, बाघ और हाथी के हमले में कई लोग हताहत होते हैं। पश्चिमी वृत्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2019-20 में वन्यजीव हमले की 29 घटनाएं हुई, इसमें 14 लोगों की मौत हुई। इस साल अप्रैल से अगस्त तक ही 17 घटना हो चुकी है, इसमें 12 लोगों की मौत हुई है।
मुआवजा देने की मांग…
समाजसेवी नीरज रैक्वाल ने बताया है कि काफी समय से बाघ गांव के आसपास दिखाई दे रहा है। इसके बाद भी वन विभाग वाले लापरवाई कर रहे है। पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी ने घायल महिलाओं को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
तेंदुए का शव मिलने से मचा हलचल…
तराई पूर्वी वन प्रभाग गौला रेंज के चौडाघाट क्षेत्र में तेंदुए का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पोस्टमार्टम में तेंदुए की मौत के कारणों पता नहीं चल पाया। है। वन विभाग ने तेंदुए का विसरा जांच के लिए आरवीआई बरेली भेज दिया है। रेंजर आरपी जोशी ने बताया कि यह नर तेंदुआ है। इसकी उम्र चार से पांच साल बताई जा रही है। उसके दांत और नाखून समेत सभी अंग सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मौत का कारण आपसी संघर्ष प्रतीत हो रहा है।