टिहरी झील के कोटी कॉलोनी में बनेगा सी प्लेन लेडिंग स्थल..
उत्तराखंड: पर्यटन विकास के लिए केंद्र सरकार ने टिहरी झील को सहायतित योजना के तहत 1200 करोड़ की मंजूरी दी है। इस परियोजना के लिए पर्यटन सचिव ने चयनित स्थलों का निरीक्षण किया। गोरंग, किवाड़ गांव, कोटी कालोनी, बादी गांव में प्रस्तावित 13 डेस्टीनेशन के तहत सभी कार्यों का निरीक्षण किया। प्रस्तावित सी प्लेन लैंडिग के लिए वैकल्पिक भूमि का निरीक्षण कोटी कॉलोनी में किया।
पर्यटन सचिव ने कोटी कॉलोनी में बोटिंग प्वाइंट,समेत सभी स्थलों का निरीक्षण किया। पर्यटकों की सुविधा के लिए किवाड़ गांव में स्थित होमस्टे का भी दौरा किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष, एसडीएम फिन्चा राम, रजा अब्बास, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह, जिला साहसिक खेल अधिकारी सोबन सिंह राणा, सहायक पर्यटन अधिकारी विजय सिंह, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता युवराज सिंह, पेयजल निगम एक्सईएन नवनीत कटारिया समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जहाजरानी और जल मंत्रालय देश के कुछ चुनिंदा मार्गों पर एक सीप्लेन सेवा शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए मंत्रालय संभावित एयरलाइन ऑपरेटरों के माध्यम से एक स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) ढांचे के तहत सीप्लेन सेवाओं का संचालन शुरू करेगी। परियोजना का निष्पादन और कार्यान्वयन जहाजरानी और जल मंत्रालय के तहत आने वाले सागरमाला डिवेलपमेंट कंपनी लिमिटेड (SDCL) के जरिए किया जाएगा।
दिल्ली की यमुना रिवरफ्रंट से शुरू होकर अयोध्या, टिहरी, श्रीनगर (उत्तराखंड), चंडीगढ़ और पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई अन्य पर्यटन स्थल के विभिन्न द्वीपों तक के रूट पर सी प्लेन चलाने पर विचार किया जा रहा है।