अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कौन बनेगा राष्ट्रपति..
देश-विदेश: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का इंतजार वहां रहने वाले करोड़ों लोगों समेत पूरी दुनिया के लोग भी कर रहे हैं। अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन बनेगा, इसका पूरी दुनिया पर असर पड़ता है, इसलिए ये आज की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय खबर हैं। अभी राष्ट्रपति चुनावों का नतीजा सामने नहीं आया हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बिडेन वर्तमान राष्ट्रपति और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप से काफी आगे चल रहे हैं। नतीजों से पहले ही ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कह दी है तो बिडेन भी कानूनी चुनौती स्वीकार करने को तैयार हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इस बार अमेरिका के राष्ट्रपति का चयन सुप्रीम कोर्ट करेगा।
ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए कही। इससे पहले उन्होंने मतगणना जारी रहने के दौरान ही चुनाव जीतने की बात कह दी थी। जिसके बाद अमेरिका की कई हस्तियों ने उनकी आलोचना की थी। ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम इस चुनाव को जीतने जा रहे हैं, सही कहूं तो हम यह चुनाव जीत गए हैं। ट्रंप ने यह बयान तब दिया था जब लाखों मतों की गणना बाकी थी। इस ऐतिहासिक चुनावी ड्रामे को देख रहे अमेरिका के लोगों में बेचैनी है, वो डरे हुए हैं और उन्हें वहां पर दंगे होने की आशंका हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह देश के साथ धोखाधड़ी हो रही है। हम चाहते हैं कि कानून का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए। हम सुप्रीम कोर्ट के पास जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि मतगणना रोक दी जाए। बिडेन की कैंपेन ने इसे लेकर ट्रंप को आड़े हाथों लिया और कहा कि मतगणना नहीं रुकेगी। यह तब तक जारी रहेगी जब तक आखिरी वोट नहीं गिन लिया जाता। बिडेन ने भी ट्रंप के बयान को बेवजह का बताते हुए अदालती चुनौती के लिए तैयार होने की बात कही।
इसलिए सुप्रीम कोर्ट जाना चाहते हैं ट्रंप..
मतदान और मतगणना में करीबी मुकाबला होने पर अदालत का रुख अपनाया जा सकता है। व्यक्तिगत तौर पर राज्यों में दायर मामले सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सकते हैं। ट्रंप के सुप्रीम कोर्ट जाने के पीछे एक और कारण सामने आ रहा है। दरअसल, उन्होंने चुनाव से कुछ दिन पहले ही एमी कोनी बैरेट को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया है। ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि अगर मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो निर्णय ट्रंप के पाले में आ सकता है।
120 वर्षों में वोटिंग का सबसे ज्यादा प्रतिशत..
मंगलवार को हुए चुनाव में महत्वपूर्ण राज्यों में कांटे की टक्कर नजर आ रही है जिनमें बिडेन 224 निर्वाचक मंडल मत जीत रहे हैं, जबकि ट्रंप 213 निर्वाचक मंडल मतों के साथ थोड़ा पीछे हैं। स्पष्ट जीत के लिए 538 निर्वाचक मंडल सदस्यों में से विजेता बनने के लिए कम से कम 270 निर्वाचक मंडल मतों की आवश्यकता है।इस चुनाव को अमेरिका के इतिहास में सर्वाधिक विभाजक और कटु चुनावों में से एक बताया जा रहा है। अमेरिका के इस राष्ट्रपति चुनाव में करीब 67 प्रतिशत वोटर्स ने वोट डाले, ये पिछले 120 वर्षों में वोटिंग का सबसे ज्यादा प्रतिशत है।