जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति की बैठक..
स्थानीय स्तर पर सब्जी को उत्पादन को दिया जाय बढ़ावा..
रुद्रप्रयाग: जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति की बैठक के दौरान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की ओर से जनपद के अंतर्गत की जा रही गतिविधियों पर संतोष व्यक्त किया गया। बैठक में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के अधिकारियों ने जनपद में विभागीय स्तर पर की जा रही गतिविधियों व कार्यों का विवरण रखा, जिस पर जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान व आजीविका को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कृषि व उद्यान के तहत गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने रिंगाल से बनाए जा रहे उत्पादों को बिक्री के लिये ऑनलाइन तैयारी करने के निर्देश दिए ।
इसके साथ ही उत्पादों की फिनिशिंग समुचित हो, जिससे उत्पादक को अच्छी आय प्राप्त हो सके। उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि स्थानीय स्तर पर ही जनपद की खपत के अनुसार सब्जी के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाय। इस सम्बन्ध में जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र चैधरी ने बताया कि इस दिशा में उद्यान विभाग व सहकारिता द्वारा समन्वय से निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। कोरोना के चलते स्थानीय स्तर पर ही लोगों द्वारा सब्जी का उत्पादन किया गया, जिससे पहले की अपेक्षा बाहर से आने वाली सब्जियों की मात्रा में काफी हद तक गिरावट आई है।
बैठक में सहकारिता समूह की महिलाओं द्वारा अवगत कराया गया कि सहकारिता द्वारा उत्पादन का बेहतर तरीके से विपणन किया जा सके, इसके लिए विपणन के प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिये। इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने आजीविका के परियोजना निदेशक को विपणन में दक्ष मास्टर ट्रेनर के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित करने के दिशा निर्देश दिए। एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के परियोजना प्रबन्धक डॉ केके मिश्रा ने बताया कि जनपद में आजीविका के तहत 206 ग्राम सभाओं में कुल 9 कलस्टर तैयार किए गए हैं, जिनमें समूह के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे हैं।
केदारनाथ यात्राकाल के समय स्थानीय प्रसाद चैलाई के लड्डू की गुणवत्ता व उनकी उचित बिक्री के लिये देवस्थानम बोर्ड से संपर्क करने के भी निर्देश दिए गये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी भरत चंद्र भट्ट, जिला विकास अधिकारी मनिवंदर कौर सहित अन्य मौजूद थे।