उत्तराखंड

दो साल से पेंशन के लिए भटक रही विधवा महिला

पीड़ित दमयंती देवी

रोहित डिमरी

पति के मरने के बाद न मिला रोजगार न मिली पेंशन
जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार
रुद्रप्रयाग। पति की मृत्यु के दो साल बाद भी पीड़ित महिला को रोजगार नहीं मिल पाया है, जबकि महिला को पेंशन का लाभ भी नहीं दिया गया है। पीड़ित महिला ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग में चतुर्थ श्रेणी के पद पर तैनात शशिधर सेमवाल का दो वर्ष पूर्व सेवाकाल के दौरान मृत्यु हो गई। इसके बाद स्वर्गीय सेमवाल की पत्नी दमयंती देवी रोजगार और पेंशन की मांग को लेकर विभाग के चक्कर लगा रही हैं। महिला हर दिन विभाग में पहुंचती हैं और उसे मायूस होकर लौटना पड़ता है। ऐसे में महिला ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की। जिलाधिकारी को सौंपे पत्र में पीड़ित दमयंती देवी ने कहा कि दो वर्ष पूर्व उनके पति की मृत्यु के बाद तीन बेटियों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ चुकी है। उनके पति ने दो शादी की हैं, जिसमें पहली पत्नी का देहांत कई वर्ष पूर्व हो चुका है, जिसके बाद उनके पति ने दूसरी शादी की। कहा कि पहले पत्नी के दो बच्चे हैं, जो रोजगार कर रहे हैं। उनके पति की दूसरी पत्नी होने के नाते उन्हें रोजगार और पेंशन का लाभ दिया जाना चाहिए था, मगर विभागीय कर्मचारी हर दिन उन्हें भरोसा देकर लौटा देते हैं। ऐसे में उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। पीड़ित महिला ने कहा कि उनकी तीन नाबालिक बेटियां हैं और पति के मरने के बाद विभाग द्वारा पारिवारिक पेंशन और अन्य देयकों का भुगतान नहीं किया गया है, जिस कारण उनके बच्चे सड़क पर आ गये हैं। पहनने के लिए कपड़ा नहीं है तो खाने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि जल्द ही उनके पति की पारिवारिक पेंशन एवं अन्य देयकों को भुगतान नहीं किया गया तो आमरण अनशन के लिए बाध्य हो जायेंगी। वहीं जिलाधिकारी मंगेश मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मामले में जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी से वार्ता कर जांच की जायेगी।

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