कासगंज में हुई हिंसात्मक घटना के विरोध में बुधवार को आगरा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की तिरंगा यात्रा शुरू होने के बाद कुछ ही समय में खत्म हो गई. पूरे शहर में यात्रा निकालने के लिए विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ता कार्यकर्ताओं के अरमान प्रशासन की चतुराई की भेंट चढ़ गए. उत्तर प्रदेश प्रशासन ने चतुराई और मुस्तैदी दिखाते हुए एक बार फिर व्यवस्था को बिगड़ने से बचा लिया है.
बुधवार सुबह आगरा में संजय पैलेस स्थित शहीद समारक से तिरंगा यात्रा निकालने के लिए बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता काफी बड़ी संख्या में शहीद समारक पर इकट्ठे हुए थे. बीते मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पराशर ने बताया था कि सभी लोग कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला अधिकारी को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौपेंगे.
जिस तरीके से सोचा गया था, उसी तरह तिरंगा यात्रा शहीद समारक से शुरू हुई. पहले ही प्रशासन मैं सभी तरह की अभी से निपटने के लिए इंतजाम कर लिए थे. इस दौरान पुलिस और एसपी के साथ घुड़सवार जवान भी तैनात थे. तिरंगा यात्रा जैसे ही शहीद समारक से निकली वैसे ही जिला अधिकारी और गौरव दयाल एसएसपी अमित पाठक मौके पर पहुंच गए.
वहां पर पहुंच कर उन्होंने समारक पर ही कार्यकर्ताओं से ज्ञापन ले लिए. जिसके बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने यात्रा को वहीं पर समाप्त कर दिया. यात्रा के दौरान जोर शोर से नारेबाजी भी की गई.