किशोरी ने पंखे की कुंडी से लटककर की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा मौत का सच
उत्तराखंड : ‘मुझे माफ कर देना मम्मी-पापा। मेरी वजह से आपको यह दु:ख की घड़ी देखनी पड़ रही है। मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं। अगले जन्म में आपकी बेटी बनकर आऊंगी। मेरी मौत का राज एक मोबाइल ही है। किसी लड़के ने मुझे गंदे शब्द कहे हैं, मुझे माफ कर देना’।
यहां एक किशोरी ने अपने सुसाइड नोट में यह बातें कही हैं। किशोरी ने घर में पंखे की कुंडी से लटककर खुदकुशी कर ली। पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर घटना की जांच पड़ताल में जुट गई है। रविवार शाम को थाना पुलिस को सूचना मिली कि कालेज रोड स्थित एक घर में एक किशोरी ने आत्महत्या कर ली है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर मृतका के शव पंखे की कुंडी से नीचे उतारा। 14 वर्षीया मनीषा जड़धारी यहां सरस्वती विद्या मंदिर में कक्षा नौ में पढ़ती थी। उसकी मां आशा कार्यकत्री हैं।
वह बीते शनिवार को अपने गांव मंजयाड़ी कमांद गई हुई थीं। पिता सुमन जड़धारी पुणे में होटल में नौकरी करते हैं। रविवार को घर पर मनीषा और उसका छोटा भाई मनीष ही मौजूद था। दोपहर को मनीषा ने खाना बनाया और अपने कमरे में चली गई। छोटे भाई ने खाना खाने को कहा, लेकिन मनीषा ने भाई से खाना खाने की बात कहते हुए स्वयं खाना खाने से इंकार कर दिया। इसके बाद मनीषा ने कमरे में अंदर की कुंडी बंद कर चुन्नी के सहारे पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। छह लाइन का सुसाइड नोट उसके बिस्तर पर पड़ा मिला। पुलिस ने मनीषा का मोबाइल कब्जे में ले लिया है।