व्यक्ति की दिशा व दशा बदल सकता है शिक्षक , सैनिक स्कूल, जवाहर नवोदय एवं राजीव गांधी विद्यालय में हुआ है 44 छात्रों का चयन , छात्रों के चयन पर डीएम ने किया शिक्षकों को सम्मानित
रुद्रप्रयाग। इस वर्ष जनपद से सैनिक स्कूल, राजीव गांधी नवोदय एवं जवाहर नवोदय विद्यालय में 31 विद्यालय के 44 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय बीना के एक विद्यार्थी का चयन सैनिक स्कूल, 24 विद्यार्थियों का जवाहर नवोदय व शेष का राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए चयन हुआ है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विद्यालय के शिक्षकांे को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सैनिक स्कूल, नवोदय व राजीव गांधी विद्यालय में विद्यार्थियों के चयन के लिए डायट के प्राचार्य व फैकल्टी ने टेस्ट सीरीज तैयार की थी। टेस्ट सीरीज का बच्चों की प्रवेश-परीक्षा में विशेष योगदान देने पर जिलाधिकारी ने डायट के प्राचार्य सुधीर सिंह असवाल व समस्त फैकल्टी को प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने सैनिक स्कूल, जवाहर एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में जनपद से बच्चों का चयन होने पर खुशी जताते हुए विद्यालय के शिक्षकों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के 44 परिवारों को नई राह मिल गई है। इससे सिद्ध होता है कि शिक्षक में ही वह ताकत है जो किसी व्यक्ति की दिशा व दशा दोनों को बदल सकता है। कहा कि उम्मीद करता हूं आगामी शैक्षणिक सत्र मे बच्चों के चयन में वृद्धि होगी। इसके लिए शिक्षक विद्यार्थी एवं अभिभावक दोनों को प्रेरित करने का प्रयास करेंगे, तभी सफलता प्राप्त होगी। प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने से उनका बौद्धिक स्तर भी उच्च होगा। कहा कि जिन विद्यालय के छात्रों का चयन नहीं हो पाया है, उन विद्यालय के शिक्षक अधिक प्रयास करेंगे, जिससे उनके बच्चों का भविष्य बन सके।
जिलाधिकारी ने समारोह में उपस्थित शिक्षकों से शिक्षा की गुणवत्ता, उपचारात्मक शिक्षा, लक्ष्य ऐप, ईमानदारी से कर्तव्यों के निर्वहन, शिक्षकों की समस्या पर बातचीत की और सुझाव मांगे। जिलाधिकारी ने सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक एवं कक्षा छः में प्रवेश ले रहे विद्यार्थियों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश समस्त अध्यापकों को दिए, जिससे पता चल सके कि बच्चा किस विद्यालय से आकर आगामी कक्षा में प्रवेश ले रहा है। शिक्षक की महत्ता के विषय में बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अनादिकाल से गुरू का महत्व चला आ रहा है, यह जीवन पर्यन्त शाश्वत रहेगा। कहा कि स्वयं शिक्षक को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं और विश्व में शिक्षक की अपनी विशिष्ट पहचान है। अपने बाल्यकाल के शिक्षक को आज भी याद करता हूंॅ और यदा-कदा कभी आज भी भेंट होती है तो स्वतः ही हाथ चरणों की ओर जाता है। आज जिस मुकाम पर हूंॅ वह मेंरे गुरूजनों की देन है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष भी टेस्ट सीरीज शुरू की जायेगी और लक्ष्य ऐप से माॅनिटरिंग की जायेगी। जनपद में चल रही मेडिकल व इंजीनियरिंग कोचिंग के विषय में जिलाधिकारी ने कहा कि कोचिंग दे रहे सरकारी विद्यालय के प्रवक्ताओं द्वारा स्वयं विषय वस्तु का अध्ययन कर बच्चों का पढ़ाया जाता है, जो कि सराहनीय व प्रंशसनीय है। इस अवसर पर सीईओ सीएन काला, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक विद्या शिंकर चतुर्वेदी व समस्त प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक एल एस दानू ने किया।