उत्तराखण्ड आंदोलन हाइजेक करने वाले भी पलायन करने वाले थे और राज्य बनने के बाद सत्ता का स्वाद चखने वाले भी पलायनवादी।...
भरतु के माँ-बाप गाँव में रहते हैं। कभी-कबार नाती-पोतों को मिलने की चाह उनको देहरादून खींच लाती है। आजकल वो देहरादून हैं।...
भरतू की ब्वारी की पीड़ा-2 उपासना सेमवाल चारो तरफ स्याह अंधेरे के बीच पसरा हुआ सन्नाटा भरतू की ब्वारी के अन्तर्मन को...
नवल ख़ाली भरतु की ब्वारी के बड़े भाई गुरजी थे और राजावाला के बगल में गुरूवाला में रहते थे। अब पहाड़ी गाँव...
युवा दीप पाठक भरतू की ब्वारी को लेकर यां पनां बी भौत च्वां-च्वां हो री ठैरी बल,जब स्वहित्यकारी लोग इस बात को...
उपासना सेमवाल सोशल। सुनो टक्क लगा के, मैं तुम्हारी रोज के कुकड्याट से तंग आ गई हूं। घर में जो चावल थे,...
नवल ख़ाली भरतु ने बचपन में बहुत खैरी (परेशानियाँ) खाई थी। पिता बेरोजगार थे, माँ ग्रहणी, दोनों ने घी, दूध, घास, न्यार...