प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे किसानों को सहारा, धामी सरकार करेगी सेब की खरीद..
उत्तराखंड: उत्तराखंड के आपदा प्रभावित उत्तरकाशी जिले के धराली गांव और आसपास के क्षेत्रों के सेब किसानों के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा की है। सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार अब इन क्षेत्रों के किसानों का सेब खुद खरीदेगी, ताकि आपदा के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान न झेलना पड़े। सीएम के अनुसार धराली और आसपास के क्षेत्रों का रॉयल डिलीशियस सेब 51 रुपये प्रति किलोग्राम तथा रेड डिलीशियस और अन्य किस्मों का सेब 45 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर खरीदा जाएगा। हालांकि, इस योजना में ग्रेड-सी के सेब शामिल नहीं होंगे। सरकार की यह खरीद उद्यान विभाग के माध्यम से की जाएगी। सीएम ने स्पष्ट किया कि इस कार्य के लिए आवश्यक धनराशि सीएम घोषणा मद से उपलब्ध कराई जाएगी। आपदा से बुरी तरह प्रभावित सेब किसानों के लिए यह घोषणा एक बड़ी राहत मानी जा रही है। उत्तरकाशी क्षेत्र विशेषकर धराली और उसके आसपास का इलाका सेब उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं ने बागवानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में सरकार का यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति को संबल देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। किसानों और स्थानीय लोगों ने सीएम धामी की इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के बागवानी क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
शासनादेश जारी करने के दिए निर्देश..
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे इस घोषणा पर तुरंत कार्यवाही सुनिश्चित करें और आवश्यक वित्तीय व प्रशासकीय स्वीकृति का शासनादेश जारी करें। साथ ही, इस पूरी प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी सीधे सीएम को अविलंब भेजने के भी आदेश दिए गए हैं।सरकार के इस निर्णय से आपदा प्रभावित क्षेत्रों के हजारों सेब उत्पादकों को राहत मिलने की उम्मीद है। उत्तरकाशी का धराली और आसपास का क्षेत्र सेब उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन हालिया प्राकृतिक आपदाओं ने बागवानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में सरकार का यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति को संबल देने और बागवानी क्षेत्र को मजबूती देने में अहम साबित होगा। स्थानीय किसानों और बागवानी संगठनों ने सीएम की इस घोषणा का स्वागत किया है और कहा है कि यह पहल संकट की घड़ी में किसानों को बड़ी राहत देने वाली है।
