मांगे न मानी तो छात्र करेंगे उग्र आंदोलन
रुद्रप्रयाग। कालेज में फैली विभिन्न समस्याओं को लेकर राजकीय महाविद्यालय जखोली के छात्र-छात्राओं ने कालेज परिसर में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। आंदोलित छात्र नेताओं का कहना है कि जब तक समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता है आंदोलन जारी रहेगा।
दरअसल, जनपद का राजकीय महाविद्यालय जखोली अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। काॅलेज में बीएससी न होने से क्षेत्र के छात्रों को बाहरी काॅलेजों का रूख करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त एमए में पाॅलीटेक्निक के अलावा अन्य विषयों की स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
महाविद्यालय में आज तक पुस्तकालय के साथ ही छात्रसंघ भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। काॅलेज के लिये पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर चुके हैं, लेकिन आज तक एक भी घोषणा पर अमल नहीं हो पाया है। महाविद्यालय में अंग्रेजी, राजनीतिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, संस्कृत जैसे विषयों के प्रवक्ताओं के पद रिक्त चल रहे हैं। स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीति विज्ञान के अलावा अर्थशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, भूगेाल, इतिहाल, संस्कृत, समाजशास्त्र आदि विषयों की संस्थागत रूप में स्वीकृति मिलनी चाहिये। छात्र नेताओं ने कहा कि महाविद्यालय के कार्यों में किसी भी प्रकार की कोई पारदर्शिता नहीं है। राजकीय महाविद्यालय जखोली को जोड़ने वाला मोटरमार्ग उबड़-खाबड़ स्थिति में है। मोटरमार्ग पर छात्र एवं अध्यापक जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते हैं। इस मार्ग पर कई घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन आज तक मोटरमार्ग की किसी ने सुध नहीं ली है। बरसात में मोटरमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो जाती है।
छात्र संघ अध्यक्ष अंकित नेगी, महासचिव कामिनी भटट, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि कुलदीप भारती, पूर्व अध्यक्ष अरूण नेगी आदि का कहना है कि काॅलेज में फैली समस्याओं को लेकर छात्र नेताओं ने विगत 3 मार्च को मयाली-घनसाली मोटरमार्ग पर चक्काजाम किया था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी जखोली ने आष्वासन दिया था कि छात्रों की मांगों पर एक माह के भीतर कार्यवाही की जायेगी, लेकिन एक माह का समय बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जिस कारण छात्रों को मजबूर आंदोलन के बाध्य होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक काॅलेज में फैली उक्त समस्याओं को निराकरण नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। षीघ्र ही समस्याओं को लेकर छात्र संघ उग्र आंदोलन करेगा।