मोटरमार्ग निर्माण में आ रही बाधायें दूर न होने पर आंदोलन की चेतावनी , सेम-डुंगरी ढाई किमी मोटरमार्ग पर फंसा पेंच
रुद्रप्रयाग। रतनपुर-दरमोला मोटरमार्ग से सेम-डुंगरी ढाई किमी मोटरमार्ग के निर्माण में वन अधिनियम का पेंच फंस गया है। मोटरमार्ग निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर न किये जाने पर सड़क निर्माण संघर्ष समिति ने आंदोलन की चेतावनी दी है। समिति ने एक माह के भीतर सड़क निर्माण विभाग और वन विभाग स्तर से मामले का निस्तारण न होने पर पांच सितम्बर से लोनिवि कार्यालय के सम्मुख क्रमिक-अनशन और भूखहड़ताल की चेतावनी दी है। इस बाबत संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री को भी एक पत्र भेजा है।
वर्ष 2012-13 की जिला योजना में सेम-डुंगरी ढाई किमी मोटरमार्ग स्वीकृत हुआ था, लेकिन पांच वर्षाें तक इस मोटरमार्ग पर निर्माण की कार्यवाही न होने पर ग्राम पंचायत स्वीली भरदार की जनता ने पंचायत भवन में इसी वर्ष 26 जनवरी से क्रमिक-अनशन और पांच फरवरी को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया था। संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी का कहना है कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुए समझौते में तत्कालीन प्रभागीय वनाधिकारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने आंदोलित जनता को आश्वासन दिया था कि एक माह के भीतर सभी प्रक्रियायें पूरी कर दी जायेंगी। आठ माह गुजरने के बावजूद मोटरमार्ग की पत्रावलियां विभागों में ही घूम रही हैं। स्थिति यह है कि वन विभाग ने वन भूमि का हवाला देते हुए आपत्ति लगा दी है। उन्होंने कहा कि सड़क के लिए ग्रामीण लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। संबंधित विभागों की लापरवाही के चलते सड़क का निर्माण अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि आपत्ति का निस्तारण न नहीं किया गया तो ग्रामीणों को एक बार फिर आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।