नैनीताल जिले के हल्द्वानी में उस समय कई यात्रियों की जान अटक गई, जब चालक ने उफनते नाले में बस को उतरा दिया।
हल्द्वानी : पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात से क्षेत्र के सभी नदी-नाले उफान पर आ गए। हल्द्वानी-चोरगलिया मार्ग पर पडऩे वाले शेर (असनी) नाले के उफान से टनकपुर जा रही काठगोदाम डिपो की बस बह गई। चालक की लापरवाही के कारण उसमें सवार 28 यात्रियों की जान खतरे में आ गई। पुलिस व राहगीरों की मदद से सभी यात्रियों को करीब एक घंटा मशक्कत कर सकुशल निकाल लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने चालक के नशे में होने का आरोप लगाया तो पुलिस ने चालक को चोरगलिया थाने लाकर पूछताछ की।
सोमवार सुबह शेर नाला उफनाने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। पुलिस भी सुरक्षा के लिहाज से तैनात हो गई। सुबह करीब साढ़े आठ बजे हल्द्वानी से टनकपुर जा रही रोडवेज बस को चालक ने नाला पार कराने की कोशिश की। बीच नाले में पहुंचते ही पानी के तेज बहाव के साथ बस बह गई। बस बहते ही यात्रियों की चीख-पुकार मचने लगी। राहगीरों व पुलिसकर्मियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। पुलिस ने राहगीरों की मदद से खुद की जान को जोखिम में डालकर बस से एक-एक कर यात्रियों को निकालना शुरू किया। सभी 28 यात्रियों को खिड़कियों के रास्ते निकालकर किनारे तक सकुशल पहुंचाया गया। तेज बहाव में कुछ यात्रियों का सामान बह गया। बाद में सभी यात्रियों को अन्य वाहनों से किच्छा के रास्ते सितारगंज-खटीमा-टनकपुर के लिए भेजा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप था कि बस चालक ने शराब पी थी। वहीं काठगोदाम डिपो के एआरएम मनोज दुर्गापाल का कहना है कि रोडवेज बस के चालक ने शराब नहीं पी थी। यदि चालक ने शराब पी होती तो पुलिस उसका मेडिकल परीक्षण कराती। उन्होंने शराब पीने के आरोप को अफवाह बताया।
बस चालक की लापरवाही से 28 यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई थी। नाले के उफान पर होने पर बस चालक को आगे जाने से काफी रोका गया। पुलिस भी चालक को बस रोकने के लिए चिल्लाते रही, लेकिन वह नहीं माना। बस नाले के बीच में पहुंचते ही तेज बहाव के साथ बहने लगी।