ऋषिकेश में भीषण सड़क हादसा, सड़क पर बिखरे क्षत-विक्षत मांस के लोथड़े..
उत्तराखंड: तेज़ रफ्तार आज सड़कों पर सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है। हर रोज़ सिर्फ कुछ पलों की जल्दबाजी कई लोगों की जान ले रही है और कई परिवारों को गहरे सदमे में छोड़ रही है। गलत ओवरटेक, नियंत्रण से बाहर वाहन और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी हादसों की सबसे बड़ी वजह बन रही है। हाल के दिनों में लगातार सामने आ रही सड़क दुर्घटनाएं यह साफ बता रही हैं कि रफ्तार अब रोमांच नहीं, बल्कि सीधी मौत का न्योता बन गई है। अधिकतर हादसों में एक ही कारण सामने आता है , अत्यधिक तेज़ गति। चालक कुछ पल जल्दी पहुंचने की चाह में अपनी और दूसरों की जान को जोखिम में डाल देता है। तेज रफ्तार को लोग रोमांच समझते हैं, जो अक्सर मौत का कारण बन जाती है। ऐसी ही एक तेज रफ्तार की घटना ऋषिकेश से भी सामने आ रही हैं। जहां ऋषिकेश क्षेत्र में मनसा देवी मंदिर के पास स्थित रेलवे फाटक के समीप मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हो गई।
तेज रफ्तार कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराकर उसके नीचे जा घुसी, जिससे कार सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि कार पूरी तरह क्षत-विक्षत हो गई। शव वाहन में बुरी तरह फंस गए थे, जिन्हें बाहर निकालने के लिए पुलिस और राहत दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मांस के लोथड़े सड़क पर इधर-उधर बिखरे हुए थे। कटर की मदद से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया। पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना रात करीब 10:30 बजे हुई। कार हरिद्वार से ऋषिकेश की ओर आ रही थी और अत्यधिक तेज गति में थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार चालक ने रास्ते में एक के बाद एक कई वाहनों को ओवरटेक किया। इसी दौरान सड़क पर अचानक आए एक जानवर को बचाने के प्रयास में चालक ने वाहन को बाईं ओर मोड़ दिया, जिससे कार अनियंत्रित होकर खड़े ट्रक से जा टकराई।
हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। कोतवाल केसी भट्ट का कहना हैं कि कार के नंबर के आधार पर वाहन स्वामी की पहचान सोनू कुमार निवासी चंद्रेश्वर मार्ग, ऋषिकेश के रूप में हुई है। पुलिस ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आवश्यक जांच की। दुर्घटना में कार बुरी तरह ट्रक के नीचे फंस गई थी, जिसे क्रेन की मदद से काटकर अलग किया गया। वाहन के अंदर फंसे शवों को निकालने के लिए कटर का सहारा लेना पड़ा। पुलिस की शुरुआती जांच में दो मृतकों की पहचान कर ली गई है। इनमें धीरज जायसवाल (30) पुत्र दीनबंधु जायसवाल निवासी चंद्रेश्वर नगर, दुर्गा मंदिर रोड, ऋषिकेश तथा हरिओम (22) पुत्र अरविंद कुमार निवासी हनुमान मंदिर, गुमानीवाला, ऋषिकेश शामिल हैं। वहीं, देर रात तक अन्य दो मृतकों की पहचान नहीं हो सकी थी। पुलिस द्वारा पहचान के प्रयास जारी हैं और परिजनों को सूचना दी जा रही है। पुलिस ने कार के नंबर के आधार पर वाहन स्वामी की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।