स्थानीय विधायक को नहीं मिली तवज्जों, शिलापट में मंत्री धन सिंह रावत का नाम
पांच सौ से अधिक भाजपा कार्यकर्ता केदारपुरी पहुंचे
रुद्रप्रयाग। यूँ ही राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धन सिंह रावत को ‘पॉवरफ़ुल’ मंत्री नहीं कहा जाता। एक बार फिर उन्होंने अपनी राजनीतिक ताक़त का एहसास कराया है। दरअसल, शिलापटों पर मंत्री जी अपना नाम दर्ज करने में सफल हो गए। सूत्रों की माने तो इसके लिए मंत्री जी ने बक़ायदा पीएमओ कार्यालय में फ़ोन कर अपना नाम लिखवाया। हालाँकि पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि प्रोटोकाल के कारण ही उनका नाम शिलापट पर लिखा गया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल यानी बीस अक्टूबर को केदारपुरी पहुंच रहे हैं। एक यात्रा सीज़न में यह उनका दूसरा दौरा है, जब वे भगवान भोले के दरबार में आ रहे हैं। उनके दौरे को लेकर मंत्री एवं विधायकों के साथ ही पांच सौ से अधिक कार्यकर्ता पीएम के स्वागत में केदारपुरी पहुंच गये हैं।
प्रधानमंत्री कार्यक्रम को लेकर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धन सिंह रावत, पेयजल मंत्री प्रकाश पंत और रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चैधरी भी पीएम मोदी के स्वागत को लेकर केदारपुरी में पहुँच गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शुक्रवार सुबह केदारपुरी पहुंच जायेंगे। पीएम केदारनाथ में शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं और उनकी मौजूदगी को लेकर तैयारियों में जुटे राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने ये एहसास करा दिया है कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफी नजदीकी हैं।
शिलापट पर उनका नाम दर्ज होना इस बात की गवाही दे रहा है। वहीं स्थानीय विधायक मनोज रावत का नाम भी शिलापट होने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नाराज़गी जताई और इसे राजनीति से प्रेरित बताया। कुल मिलाकर शिलापट पर सिर्फ़ एक मंत्री का नाम अंकित होने से अन्य मंत्रियों के नाराज़ होने की ख़बरें आ रही हैं। वहीं केदारपुरी पहुंचने के बाद मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए केदारपुरी का भी जायजा भी लिया।
