उत्तराखंड

कुलदीप के गानों पर देर रात तक झूमे दर्शक

रुद्रनाथ महोत्सव की दूसरी संध्या लोक गायक कुलदीप और विक्रम के रही नाम

प्रशांत के गजलों ने मोहा दर्शकों का मन

रुद्रप्रयाग। मुख्यालय के गुलाबराय मैदान में आयोजित रुद्रनाथ महोत्सव की दूसरी नाइट खिलेश कला मंच के कलाकरों के नाम रही। दूर-दराज क्षेत्रों से सांस्कृतिक संध्या देखने आये लोगों ने देर रात तक कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। युवा लोक गायक कुलदीप कप्रवाण के गानों पर दर्शक झूमने पर मजबूर हो गये।

नगर पालिका की ओर से गुलाबराय मैदान में आयोजित रुद्र्रनाथ महोत्सव में दूर-दराज क्षेत्रों से दर्शक मेले में पहुंच रहे हैं। मेले में खरीददारी करने के साथ ही मनोरंजन के साधनों का आनंद लिया जा रहा है। मेले में दिन के समय स्कूली छात्रों द्वारा महमोहक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जा रही है तो रात्रि के समय स्टार नाइट के जरिये प्रसिद्ध लोक गायक अपने गानों पर दर्शकांे को नाचने पर मजबूर कर रहे हैं। मेले में हर रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मेले की दूसरी नाइट खिलेश कला मंच के कलाकारों के नाम रही। मंच के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रसिद्ध अभिनेता एवं गढ़वाली फिल्म के डायरेक्टर बलदेव राणा ने दीप प्रज्जवलिक कर किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए इस प्रकार के महोत्सवों का आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए। कहा कि एक कलाकार दर्शकों से तालियां ही चाहता है। उसे अगर प्रोत्साहित किया जाय, तो उसे आगे बढ़ने में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाकारों को भी बेहतर मंच मिलने की आवश्यकता है। मंच के अभाव में कई कलाकार आज गुमनाम हो चुके हैं। उन्हें एक ऐसा मंच दिया जाना चाहिए, जिससे वे भी अपनी कलाकारी को पेश कर सकें। नगर पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहरों हैं। स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करने और भाईचारा बढ़ाना ही मेलों का उद्देश्य होता है। कहा कि रुद्रनाथ महोत्सव में दूर-दराज क्षेत्र से भारी तादात में जनता पहुंच रही है। आगामी भविष्य में मेले को और अधिक भव्यता प्रदान की जायेगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देते हुए लोक गायक विक्रम कप्रवाण ने कैलाशों मां रैंदा, मां मठियाणा की वंदना, करारी नजर मारेगी, रामा रै गीत गाकर दर्शकों का मनोरंजन किया। युवा लोक गायक कुलदीप कप्रवाण ने मेरे भोले बाबा कैलाशो मां नाचणी लगैगी से कार्यक्रम को शुरू किया और फिर हे रूड़ी, जै का बाना, स्याली बम्पाली, घूघूती, कमला बठिया, मिजाज्या रै तरू और चैता की चैत्वाली गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्री कप्रवाण की शानदार प्रस्तुति ने देर रात समा को बांधे रखा। लोक गायक नवीन सेमवाल, प्रदीप रावत ने भी गढ़वाली गीत गाकर लोगों का मनोरंजन किया। वहीं गजल प्रेमी प्रशांत डोभाल ने अपनी गजलों से लोगों का मन मोहा। इस मौके पर भरदार विकास मंच के अध्यक्ष एलपी डिमरी, लोक गायक साहब सिंह रमोला, आरजीबी कंपनी के मैनेजर श्री चैबे, खिलेश कलामंच के नवीन सेमवाल, अजय नौटियाल सहित कई मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन खिलेश कला मंच के संस्थापक लक्ष्मण सिंह नेगी ने किया।

फोटो: कार्यक्रम की प्रस्तुति देते लोक गायक कुलदीप कप्रवाण

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