चारधाम यात्रा- 10 सितंबर से शुरू होगी हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग, बढ़ सकता है किराया..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने हेली सेवा की शटल उड़ानों पर लगी रोक को हटा दिया है। इसके साथ ही केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेलिकॉप्टर सेवा 15 सितंबर से दोबारा शुरू हो जाएगी। श्रद्धालु 10 सितंबर से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे। बता दे कि 15 जून को केदार घाटी में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद डीजीसीए ने सुरक्षा कारणों से शटल उड़ानों पर रोक लगा दी थी। इसके चलते चारधाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। हाल ही में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने दिल्ली में नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में उन्होंने राज्य सरकार की ओर से सभी सुरक्षा मानकों का पालन करने का आश्वासन देते हुए हेली सेवा को फिर से शुरू करने का आग्रह किया था। राज्य सरकार के लगातार प्रयासों के बाद डीजीसीए ने हेली सेवा संचालन को हरी झंडी दे दी है। अब 15 सितंबर से केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेलिकॉप्टर सेवा फिर से उड़ान भरेगी। हेली सेवा शुरू होने से न केवल श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिलेगी बल्कि आपात स्थितियों में भी त्वरित मदद उपलब्ध हो सकेगी। पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी इससे मजबूती मिलेगी।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के सीईओ आशीष चौहान का कहना है कि डीजीसीए की रोक हटने के बाद आईआरसीटीसी को 10 सितंबर से टिकटों की बुकिंग शुरू करने की अनुमति मिल गई है। श्रद्धालु 15 सितंबर से 10 अक्टूबर तक की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर टिकट आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट http://heliyatra.irctc.co.inपर बुक कर सकेंगे। डीजीसीए की हरी झंडी मिलने के बाद अब एक बार फिर से केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को हेली सेवा का लाभ मिलेगा। इससे न केवल यात्रा सुगम होगी बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में राहत और बचाव कार्य भी तेज़ी से हो सकेंगे। साथ ही, पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलने की उम्मीद है।
शटल उड़ान व सीटें कम होने से बढ़ेगा किराया..
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के सीईओ का कहना हैं कि हेली सेवा के सुरक्षित संचालन के लिए मानक प्रचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए शटल उड़ानों और सीटों की संख्या कम रहने के कारण हेली किराये में बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी से 8532 रुपये, फाटा से 6062, सिरसी से 6060 रुपये प्रति यात्रा आने-जाने का किराया तय है। जबकि हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए गोविंदघाट से घांघरिया तक हेली का किराया 10,080 रुपये प्रति यात्री है। डीजीसीए से अनुमति मिलने के बाद अब एक बार फिर से श्रद्धालुओं को सुरक्षित और त्वरित यात्रा सुविधा उपलब्ध होगी। इससे न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि आपात स्थितियों में भी हेलीकॉप्टर सेवा बड़ी मदद साबित होगी। साथ ही पर्यटन सीजन में हेली सेवा शुरू होने से स्थानीय लोगों की आजीविका और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
