उत्तराखंड

डीएम और एसपी ने सीमांत गावँ पहुँचकर जाना जनता का हाल

जिले के अंतिम गांव गौंडार पहुंचे जिलाधिकारी और एसपी
जन समस्याएं सुनकर निराकरण का दिलाया भरोसा
मद्महेश्वर धाम सहित अन्य यात्रा मार्ग का भी लिया जायजा
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने मद्महेश्वर घाटी के रांसी गांव से मद्महेश्वर धाम तक 16 किमी पैदल यात्रा तय कर मद्महेश्वर धाम का जायजा लिया और विकासखण्ड ऊखीमठ के सीमान्त गांव गौण्डार व रांसी में जनता दरबार लगाकर जनसमस्याएं सुनी।

जनता दरबार को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जनपद के सीमान्त गांवों में आज भी समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, इसलिए हर अधिकारी सीमान्त गांवों के समस्याओं को गम्भीरता से लेकर उनके निराकरण के प्रयास करें। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमान्त गांव गौंडार में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाव के सैंचुरी वन अधिनियम के कारण मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। गांव में फैली हर समस्या के निराकरण के लिये प्रयास किये जायेंगे।

जनता दरबार में गौण्डार निवासी बलवीर सिंह पंवार ने शिकायत करते हुए कहा कि उरेड़ा द्वारा गौंडार गांव में लघु जल विद्युत परियोजना के समय ग्रामीणों से कार्य करवाया गया था, मगर उरेडा विभाग व कार्यदाही संस्था द्वारा आज तक मजदूरों का भुगतान नहीं किया गया है। जिस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने उप जिलाधिकारी ऊखीमठ गोपाल सिंह चैहान को शीघ्र जांच के आदेश दिये। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आपदा के बाद जो भी कार्य बिना निविदाताओं के कराये गये है, वहां कार्य वैध नहीं है। उन्होंने एसडीएम ऊखीमठ को आपदाओं के बाद बिना निविदाओ के कराये गये विकास कार्यो की जांच के आदेश दिये। जनता दरबार के गौंडार निवासी कार्तिक सिंह ने शिकायत करते हुए कहा कि दो करोड़ दस लाख रुपये की लागत के निर्मित लघु जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्य में घोर अनियमिताएं बरती गई है, जिस पर जिलाधिकारी ने उरेड़ा विभाग के अधिकारियों को शीघ्र रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने कहा कि मद्महेश्वर धाम को विद्युत व्यवस्था से जोड़ने के प्रयास किये जाएँगे। उन्होंने वन विभाग को मद्महेश्वर धाम में जल मोड़ नाली के निर्माण करने के आदेश दिये। गौण्डार गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को दस सूत्रीय मांग पत्र सौंपा, जिस पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि मद्महेश्वर व गौंडार गांव सहित यात्रा पडावो पर फैली हर समस्या के निराकरण के लिये प्रयास किये जाएँगे।

रांसी गांव में आयोजित जनता दरबार में भी ग्रामीणों ने कई समस्यायें रखी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल द्वारा गौंडार गांव में प्यारे फाउडेशन के लघु दवाखाना का निरीक्षण करते हुए कहा कि फाउडेशन द्वारा गौंडार गांव में पुनीत कार्य किया है।

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि क्षेत्र में बाहरी लोगों यथा नेपाली मूल के लोगों अथवा किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई भी अवैध या अवांछित गतिविधि की जाती है तो उसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दें, जिस पर पुलिस द्वारा त्वरित विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जनपदीय अधिकारियों के इस कदम की स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है और निकट भविष्य में समस्त समस्याओं का निराकरण होने की उम्मीदों के साथ दोनों अधिकारियों का आभार प्रकट किया गया है। इस मौक़े पर सीओ अभय सिंह, रेंज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद डिमरी, पीएसजीएसवाई के अधिशासी अभियन्ता आरसी उनियाल, खण्ड विकास अधिकारी बीसी शुक्ला, बीरेन्द्र पंवार, आमल सिंह पंवार, जातबर सिंह पंवार, नरोत्तम सिंह राणा सहित जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

*पुलिस को दें, जिस पर पुलिस द्वारा त्वरित विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।* जनपदीय अधिकारियों के इस कदम की स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भूरि भूरि प्रशंसा की गयी है, और निकट भविष्य में समस्त समस्याओं का निराकरण होने की उम्मीदों के साथ दोनों अधिकारियों का आभार प्रकट किया गया है।

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