जाेशीमठ: गढवाल हिमालय की ध्याँणी बेटी और आराध्या माँ नंदा काे साल में एकबार ससुराल कैलाश से मायका बुलाने के पारम्परिक नन्दा अष्टमी पर्व का आगाज हाे गया है।
जाेशीमठ प्रखंड के बडागांव,परसारी,मेरग,सलूड,सहित कल्प घाटी के उर्गम,भर्की,कलगाेठ,डुमक,पल्ला,जखाेला,सहित दर्जनाें अन्य गांवाें की आराध्या मां नन्दादेवी काे आज मायके बुलाने के लिये नन्दादेवी मन्दिराें में पूजा अनुष्ठान के बाद गांव के प्रतिनिधियाें काे फुलारी के रूप में उच्चहिमालयी क्षेत्रो में स्थित दिव्य पुष्प ब्रहमकमल की फुलवारी में भेजा गया है।
जाे रिंगाल की कंडियाें में ब्रहमकमल भरकर कल शाम काे नंन्दादेवी मन्दिर पहुचेगी जहां मां का श्रंगार इन पुष्पाें के साथ हाेगा अगले राेज नन्दा अष्टमी पर्व मनाया जायेगा। इसके बाद गांव की ध्यांणिया मां नन्दा काे पारम्परिक समूणाें के साथ नम आंखाें से मायके से फिर ससुराल कैलाश काे विदा करेंगे। पूरे क्षेत्र में अब मां नन्दा के मायका आने का इंतजार बेसब्री से हाे रहा है।