उत्तराखंड

केदारनाथ हाईवे पर जवाड़ी बाईपास में भीषण भूस्खलन, यातायात ठप, सड़क बहाली में लगेगा समय..

केदारनाथ हाईवे पर जवाड़ी बाईपास में भीषण भूस्खलन, यातायात ठप, सड़क बहाली में लगेगा समय..

 

 

उत्तराखंड: ऋषिकेश-बद्रीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को जोड़ने वाले रैंतोली-जवाड़ी बाईपास पर बड़ा भूस्खलन हो गया, जिससे दोनों ओर का यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। घटना शाम करीब सात बजे जगतोली से लगभग एक किलोमीटर आगे हुई, जहां पहाड़ी से टनों मलबा और पेड़-पौधे हाईवे पर आ गिरे। भारी मलबे के कारण सड़क का हिस्सा दब गया है और एनएच अधिकारियों के अनुसार इसे पूरी तरह साफ करने में चार से पांच दिन लग सकते हैं। मलबे के वजन और नमी से सड़क को नुकसान पहुंचने की आशंका भी जताई जा रही है। प्रशासन ने मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है और वैकल्पिक मार्ग से यातायात को डायवर्ट किया जा रहा है। वहीं, एनएच की मशीनें और श्रमिक लगातार मलबा हटाने में जुटे हुए हैं। मौसम में नमी और ऊपरी हिस्सों में लगातार हो रहे छोटे भूस्खलन से कार्य में चुनौतियां बढ़ रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान मौसम और मार्ग की स्थिति की जानकारी लेकर ही सफर शुरू करें।

रैंतोली-जवाड़ी बाईपास पर मलबा इतना अधिक था कि पलभर में सड़क पर 10 से 15 फीट ऊंचा मलबे का टीला बन गया। भारी मात्रा में गिरे मलबे से अनुमान है कि सड़क के 25 से 30 मीटर हिस्से को व्यापक क्षति पहुंची है। घटना के तुरंत बाद दोनों ओर का यातायात रोक दिया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि सौभाग्य से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। हादसे के समय बाईपास पर चल रहे वाहन दोनों तरफ 40-50 मीटर पहले ही रुक गए थे, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता ओंकार पांडे के अनुसार, मलबा साफ करने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है। भारी मात्रा में जमा मलबा और ऊपरी हिस्सों से गिरते पत्थर कार्य में बाधा बन रहे हैं। साथ ही संभावना है कि सड़क को भी गंभीर नुकसान हुआ है। मार्ग अवरुद्ध होने से यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि मौसम और सड़क की स्थिति की जानकारी लेकर ही सफर करें।

 

 

 

 

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