उत्तराखंड

मेहनत सफलता का मत्र रिमझिम बनी आँल इंडिया टाँपर, इंजीनियर बनने की चाहत

मेहनत सफलता का मंत्र रिमझिम बनी आॅल इंडिया टाॅपर
बोली मन की बात इंजीनियर बनने की है चाहत
राजेश सेमवाल ’मृदुल’
कोटद्वार/एसएनबी। यदि लक्ष्य पर नजर हो और परीक्षा देना मेहनत के साथ कला हो तो मंजिल मिल जाती और मुकाम हासिल होना तय माना जाता है, यह कहना है रिमझिम का। रिमझिम अग्रवाल ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और यह प्रतिभावान छात्रा देशभर में सीबीएसई की परीक्षा में उच्च स्थान हासिल कर प्रदेश व कोटद्वार का नाम रोशन करने में सफल रही है इस प्रतिभा ने 500 में से 499 अंक प्राप्त किये बस एक अंक गणित में कम आया। सीबीएसई हाई स्कूल की परीक्षा के परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिए गए है। आरपी स्कूल की छात्रा रिमझिम अग्रवाल ने आॅल इंडिया टाॅप किया है। अपने परीक्षा परिणाम से उत्साहित रिमझिम भविष्य में इंजीनियर बनना चाहती है। यहां राष्ट्रीय सहारा से वार्ता करते हुए रिमझिम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया है।

गोविंदनगर निवासी नीरज अग्रवाल की पुत्री रिमझिम अग्रवाल ने सीबीएसई हाईस्कूल की परीक्षा में आॅल इंडिया टाॅप किया है। रिमझिम अपनी सपफलता का श्रेय अपने माता-पिता, भाई और गुरूजनों को देती है। उसका कहना है कि उसका लक्ष्य केवल यह था कि उसने परीक्षा में अपना बेस्ट देना है और इसी को लेकर उसने मेहनत की। परीक्षा के दौरान माता-पिता और भाई ने उसे यही समझाया कि सफलता के लिए स्वयं की पढ़ाई पर विश्वास करों और बिना किसी चिंता के मेहनत कर ही सफलता हासिल की जा सकती है, माता पिता की बात को गंभीरता से लेते हुए पढ़ाई की और सफलता भी मिल गई। भविष्य को लेकर रिमझिम ने अभी कुछ तय नहीं किया है, लेकिन वह मानती है कि भविष्य में वह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि पूरी एकाग्रता के साथ और बिना किसी चिंता के तैयारी की जाए तो निश्चित ही सफलता हासिल की जा सकती है। रिमझिम की सफलता से उसके पास पड़ोस के लोग भी बहुत खुश है और पड़ोसियों द्वारा रिमझिम को उनके घर पहुंचकर बधाई दी गई। वहीं रिमझिम की सफलता से स्कूल प्रशासन भी बहुत खुश है। रिमझिम की मां तो अपनी बच्ची की सफलता से इतनी खुश थी कि वह मीडिया के सामने कुछ भी नहीं बोल पाई लेकिन चेहरे में केवल खुशी ही झलक रही थी। प्रधानाचार्य अजीत सिंह ने रिमझिम की सफलता पर खुशी जताते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि रिमझिम शुरू से ही होनहार छात्रा रही है और आज उसने पूरे विद्यालय का नाम रोशन किया है। उन्होंने रिमझिम की सफलता के लिए शिक्षकों के प्रयासों की सराहना भी की है।

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