फीड बैंक के आधार पर होगा सुलभ शौचालय का भुगतान
रुद्रप्रयाग। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मंगलवार को केदारनाथ धाम में चल रहे पुननिर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने धाम में चल रहे विभिन्न कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश। मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के साथ ही धाम में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है और यह सभी व्यवस्थाएं यात्रा शुरू होने से पूर्व चाक चैबंद कर दी जाएगी।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने सुलभ शौचालय का भुगतान अब फीड बैंक के आधार पर करने के निर्देश दिए। अक्सर मौसम खराब होने के चलते सरस्वती घाट पर निम द्वारा कार्य बंद किया गया था, जिसके पुनः शुरू करने के निर्देश दिए। एमआई 26 हेलीपैड से सरस्वती घाट तक का रास्ते पर लोनिवि को लेबर लगाकर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरस्वती घाट पर निर्मित चबूतरे के चारों ओर मलबा हटाकर सौंदर्यीकरण किया जाय। मुख्य सचिव ने विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि एक सप्ताह के भीतर मंदिर के समीप लगे विद्युत पोल हटा दें। निम के तीन मकान है जिनके टाॅप फलौर हटाकर बाकी कमरों की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने केदारनाथ मंदिर गेट से और सर्किल प्वाइंट तक बन रहे पैदल मार्ग के दोनों ओर सुरक्षा दीवार लगाने के निर्देश। मंदिर समिति को निर्देशित किया कि मंदिर से घाट तक पैदल मार्ग व चबूतरों के साथ ही भवनों को आकर्षित ओर प्रकाशमान किया जाय, ताकि यात्रा के दौरान बीआईपी मूवमेंट में यह आकर्षित लगें। तीर्थ पुरोहित दिनेश पोस्ती और हरीश पोस्ती के मकानों को नाली निर्माण के लिए जरूरत के अनुसार तोड़ने के लिए कहा गया। उध्धव कुण्ड के सौदर्यीकरण के भी निर्देश लोनिवि को दिए।
जिंदल गु्रप को निर्देश किया कि मंदिर के बांयी ओर सौ मीटर दूरी पर स्थित गुफा को शौंचालय, विद्युत पानी की सुविधा से जोडा जाय, ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालु आराम ने बैठकर मेडिटेशन कर सकें। एएसआई को निर्देश दिए कि यात्रा से पूर्व मंदिर के सामने स्थित चबूतरे पर पत्थर लगाकर पूरी तरह सौंदर्यीकरण करें। निम को निर्देशित किया कि मंदिर के पीछे सौंदर्यीकरण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाय। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि केदारनाथ क्षेत्र में गर्मी के दौरान बकरी व भेड़ चुगाने वालो ंपर पूर्ण तरह पाबंदी लगाने के निर्देश वन विभाग को दिए। इस अवसर पर गढवाल आयुक्त दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान, एमडी जीएमवीएन ज्योति खैरवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।