जन अधिकार मंच ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
सुरक्षा किट, स्वास्थ्य बीमा की गारंटी और दस हजार रुपए तात्कालिक खर्च देने की मांग
UK NEWS NETWORK रुद्रप्रयाग डेस्क
रुद्रप्रयाग। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियों को कोरोना संक्रमण से बचाने और उन्हें विशेष सुविधाएं देने के लिए जन अधिकार मंच ने उत्तराखंड सरकार को पत्र भेजा है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कार्यकत्रियों को आवश्यक सुरक्षा किट, स्वास्थ्य बीमा की गारंटी और दस हजार रुपया तात्कालिक खर्च दिए जाने की मांग की गई है।
जन अधिकार मंत्र के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा िकइस समय कोरोना का संक्रमण प्रदेश में तेजी से फैल रहा है। ऐसी परिस्थितियों में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ आशा कार्यकर्ती और आंगनबाड़ी कार्यकर्ती योद्धाओं की तरह कोरोना से लड़ाई लड़ रही हैं। लेकिन सरकार इनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रख पा रही है। यह बेहद चिंता का विषय है।
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष ने कहा कि ग्रासरूट पर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुँचाना हो या क्रोना को लेकर जन जागरूकता अभियान, यह काम इनके ही जिम्मे है। यही नहीं क्वारंटाइन में रह रहे व्यक्ति की जानकारी विभाग को देने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर उन्हें अस्पताल पहुँचाने की जिम्मेवारी भी इनके ही कंधों पर है। इस तरह इनके सामने कई तरह की चुनौतियां हैं। लेकिन सरकार ने इस कार्य के लिए इन्हें न तो कोई आकस्मिक फंड उपलब्ध कराया है और न ही इन्हें कोई प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
मोहित डिमरी ने कहा कि देशभर में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। ऐसे हालात में सरकार को आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियों की सुरक्षा की गारंटी लेनी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना वॉरियर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को आवश्यक सुरक्षा किट, स्वास्थ्य बीमा की गारंटी और दस हजार रुपया तात्कालिक खर्च के लिए दिया जाये। जिन केंद्रों पर सेनिटाइजर, मास्क उपलब्ध नहीं है, वहां पर यह जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाये।