उत्तराखंड

संशोधन को लेकर वाहनों के पहिए रहे जाम

आम लोगों को झेलनी पड़ी दिक्कतें

रुद्रप्रयाग। टोल बैरियर हटाने के साथ ही रोड सेफ्टी बिल में संशोधन समेत कई मांगों लेकर जीएमओ की बस व ट्रांसपोर्ट के ट्रकों के पहिए जाम रहे। बस के चालक व परिचालकों के हड़ताल पर जाने से जिले में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। शुक्रवार को आॅल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट और उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर जिले में भी बस एवं ट्रक आपरेटर्स हड़ताल पर रहे। जिले में जीएमओ की 35 बसों का संचालन हो रहा है, जिसमें एक भी बस का संचालन न होने से मेन रोड़ के साथ ही लिंक मोटरमार्ग पर आम लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी। यहीं नहीं देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्धार समेत कई स्थानों से आने वाली दो दर्जन से अधिक बसों के पहिए भी पूरी तरह जाम रहे। जिले में मात्र छोटे वाहनों के साथ ही रोड़वेज की बसों का सहारा लोगों को लेना पड़ा।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि डीजल की कीमतों को कम करने, डायरेक्ट पोर्ट डिलीवरी योजना समाप्त करने के साथ ही ट्रांसपोर्ट कारोबार पर टीडीएस समाप्त करने जैसी मांगें की जा रही है, लेकिन लगातार इनमें बढोत्तरी की जा रही है। जिससे उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। कहा कि तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम निर्धारण में पारदर्शिता, जीएसटी में छूट, ट्रांसपोर्ट कारोबार पर टीडीएस समाप्त करने, ई वे बिल से जुड़ी व्यावसायिक समस्याओं को देखते हुए नियमों में संशोधन करने जैसी मांगों पर शीघ्र कोई हल नहीं निकलता है, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। स्टेशन इंचार्ज एसपी पंत ने बताया कि जिले में संचालित बसों का संचालन पूरी तरह बंद रहा। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर है।

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